पिण्डवाड़ा। माधव विश्वविद्यालय (Madhav University)ने अपने 12वें स्थापना दिवस को भव्यता के साथ मनाया, जहाँ विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास और उपलब्धियों का उत्सव मनाया गया। बता दे कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के चैयरमैन डॉ. राजकुमार ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में कुलाधिपति हिम्मत सिंह देवल मौजूद रहे। समारोह की शुरुआत विश्वविद्यालय के चैयरमैन डॉ. राजकुमार ने विश्वविद्यालय का ध्वजारोहण कर की। और कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. राजकुमार ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की स्थापना, उसके विकास की कहानी और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
आगे उन्होंने बताया कि माधव विश्वविद्यालय ने शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होने बताया विश्वविद्यालय की ओर से धार्मिक क्षेत्रों में भी विशेष कार्य किए जा रहे है। वही विश्वविद्यालय की ओर से हर मंगलवार को विश्वविद्यालय के परिसर में विशाल भण्डारे का आयोजन होता है। जिसमें आस पास के ग्रामीण भी प्रसाद ग्रहण करने के लिए विश्वविद्यालय के परिसर में आते है।
चैयरपर्सन हिम्मत सिंह देवल ने अपने संबोधन में कहा कि ‘माधव विश्वविद्यालय न केवल शिक्षा के क्षेत्र में, बल्कि समाज कल्याण के कार्यों में भी अग्रणी रहा है। विश्वविद्यालय का हर कदम सकारात्मक दिशा में है, जिससे यहाँ के छात्रों और समाज को लाभ हो रहा है। वही विश्वविद्यालय के प्रेसीडेन्ट डॉ. राजीव माथुर ने बताया कि माधव विश्वविद्यालय पिछले 12 वर्षो में शिक्षा के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए है, और भविष्य में भी यह अपनी उपब्धियों को नई ऊंचाईयों तक पहुचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दे इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर डॉ. बीके गौतम ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने विश्वविद्यालय की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि समाज निर्माण का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। रजिस्ट्रार भावेश कुमावत ने विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि माधव विश्वविद्यालय ने अपने 12 वर्षों की यात्रा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्राथमिकता दी है। आगे उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने आदिवासी क्षेत्रों में भी शिक्षा का प्रसार करने के लिए विशेष पहल की है।
साथी साथ बता दे कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने कार्यक्रम प्रस्तुत किये। वही माधव विशेष विद्यालय के दिव्यांग छात्र-छात्राओं की ओर से भी सांस्कृतिक कार्यक्रम मे प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को जीवंत कर दिया। वही छात्रों ने रंगारंग नृत्य, संगीत और नाट्य प्रस्तुतियाँ दीं, जिससे अतिथियों का मनोरंजन हुआ और कार्यक्रम की भव्यता और बढ़ी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. महेन्द्रसिंह परमार ने किया। बता दे समारोह में विश्वविद्यालय के सभी संकायों के अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष सहित वरिष्ठ प्रोफेसर, छात्र, और गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया। विश्वविद्यालय की निरंतर प्रगति और उपलब्धियों पर सभी ने गर्व व्यक्त किया।
रिपोर्ट: विक्रम राजपुरोहित