बच्चों में छोटी उम्र से ही साफ-सफाई की आदत डालने और उनके मन में साफ-सफाई की अवधारणा विकसित करने के लिए नवी मुंबई मनपा लगातार विभिन्न नए अभियान को लागू कर रहा है।
इसके माध्यम से बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता और परिवार भी इन गतिविधियों में भाग लेते हैं और स्वच्छता कार्य को हमेशा गति मिली है। ‘सूखा कचरा बैंक’ की एक ऐसे ही अभियान को नवी मुंबई मनपा के बेलापुर से वाशी डिवीजन तक के 15 स्कूलों में लागू की जा रहा है और इसे छात्रों से अच्छा सहयोग मिल रहा है।
इसके माध्यम से कचरे को उत्पादन के स्थान पर गीले और सूखे में वर्गीकृत करने की अवधारणा को छात्रों के बीच लागू किया जा रहा है। इन गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को उनके कक्षा अध्यापक के माध्यम से पासबुक वितरित की जाती है। और छात्र द्वारा लाए गए सूखे कचरे की मात्रा के अनुसार अंक दिए जाते हैं।
छात्रों को प्रोत्साहित किया गया
प्रत्येक 100, 200, 500 अंकों के बाद छात्रों को प्रोत्साहन शैक्षिक वस्तुएँ आवंटित की जाती हैं। दो हजार से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र को ‘वेस्ट वॉरियर’ प्रमाणपत्र दिया जाता है। वर्तमान में ‘सूखा कचरा बैंक’ की पहल को बेलापुर और वाशी डिवीजनों के 15 स्कूलों में लागू किया जा रहा है और 2771 छात्र इसमें भाग ले रहे हैं। मनपा आयुक्त राजेश नार्वेकर के तत्वावधान में ‘संकल्प स्वच्छता’ कार्यक्रम में सर्वोत्तम अंक प्राप्त करने वाले स्वच्छता के प्रति जागरूक विद्यार्थियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
शुभम पाल ने 2500 अंक किए हासिल
एसएस हाई स्कूल, सेक्टर 44, सीवुड नेरुल के छात्र शुभम पाल ने कुल मिलाकर 2500 अंक हासिल किए। नामुंमपा स्कूल नंबर 2, दिवाले गांव की छात्रा एकता सुरेश कोली ने 2025 अंक और नामुंमपा स्कूल, वाशिगांव के छात्र वंश केशव शिंदे ने 700 अंक हासिल किए हैं।इन तीनों विद्यार्थियों को कमिश्नर ने सम्मानित किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त श्रीमती सुजाता ढोले और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग के उपायुक्त विजयकुमार म्हसाल और स्वच्छ भारत मिशन के नमुम्पा नोडल अधिकारी डा. बाबासाहेब राजले मंच पर उपस्थित थे।