
बाड़मेर में आगामी 29 और 30 मार्च को आयोजित होने वाले दो दिवसीय वाणी उत्सव 2025 व दान सिंह स्मृति मारवाङ भजनी पुरस्कार का उद्योग व खेल राज्य मंत्री केके विश्नोई ने पोस्टर विमोचन करते हुए लोक संस्कृति उत्थान की इस पहल के लिए संदेश जारी करते हुए कहा कि हमारी पुरातन वीणा गायकी व लोक गायको को यह उत्सव नई पहचान देगा। रविवार को रूमा देवी क्राफ्ट सेंटर, बाड़मेर से अंतरराष्ट्रीय फैशन डिज़ाइनर और समाजसेवी रूमा देवी ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर वाणी उत्सव की महत्ता को प्रचारित करेगा और लोक कलाकारों को इस महोत्सव में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा।
इस अवसर पर रूमा देवी ने कहा, “वाणी उत्सव लोक संगीत की प्राचीन परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रयास है। यह महोत्सव लोक कलाकारों को अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। हमारी कोशिश है कि राजस्थान की विलुप्त होती वीणा भजन परंपरा को नई पहचान मिले और युवा पीढ़ी इसे आगे बढ़ाए।”
लोक आस्था स्थलो और गांवों में पहुंचा वाणी उत्सव का संदेश
रूमा देवी फाउंडेशन व ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान द्वारा आयोजित वाणी उत्सव के प्रचार अभियान के तहत अब तक प्रचार अभियान टीम कई लोक आस्था स्थानों में पहुँची जिसमें चंचलप्राग मठ बाड़मेर, तारातरा मठ, पनोणियों का तला मठ, जसनाथ मठ लीलसर, डूंगरपुरीजी जी का मठ चौहटन, नींबड़ी मंदिर, वीरातरा वांकल माता मंदिर, झरडे जी की पाल छोटू, खेमबाबा मंदिर, जेतेश्वर धाम सिणधरी, चापल शक्ति पीठ मंदिर भालखाड़ी, राजेश्वर धाम गुड़ामालानी, भूतेश्वर महादेव मंदिर गुड़ामालानी, महादेव मंदिर छोटू, खेमाबाबा मंदिर खेड़, आसोतरा धाम, जसोल राणी भटियाणी माता मंदिर, नाकोडा धाम, बिठूजा धाम, नागणेची धाम।
इनके अलावा आसपास के कई गाँवों में प्रचार अभियान टीम पँहुची जिसमें पनोणियों का तला, तारातरा, इशरोल, लीलसर, चोहटन, सांवरोल , चवा, डबलिसरा पायला कल्ला, खुडाला, नगर, भाटाला, सड़ा, सिणधरी, गुड़ामालानी, मंगले की बेरी, छोटू, आसोतरा, नाकोड़ा, खेड़, जसोल इत्यादि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार किया गया। इन स्थलों पर श्रद्धालुओं और ग्रामीणों को वाणी उत्सव की महत्ता बताई गई और भजन कलाकारों को इस ऐतिहासिक आयोजन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। वहीं अनेक स्थानो पर भजन वाणीयों की प्रस्तुति देकर स्थानीय कलाकारो ने अपनी प्रतिभा दिखाई।
बाड़मेर के चंचलप्राग मठ के महंत श्री शंभूनाथ जी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा की मारवाड़ की वाणी परंपरा हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों से जुड़ी हुई है। इस उत्सव से इसे नई दिशा मिलेगी और साथ ही कलाकारों को आगे बढ़ने का अवसर भी मिलेगा।” श्री जसनाथ धाम लीलसर के मंहत श्री मोटनाथ जी ने वाणी उत्सव के माध्यम से छुपी प्रतिभाओं को भी आगे लाने के प्रयास की सराहना की।
प्रचार वाहन रवाना करने के दौरान वरिष्ठ भजन कलाकार केहराराम सणपा,मुणा राम भियासर,संस्थान कार्यकर्ता वागाराम,अजय कुमार, गणेश कुमार बोसिया, विष्णु चौधरी, उम्मेद सिंह चौधरी, अनीता चौधरी, कमला देवी, प्रमिला देवी, सुगणी देवी, खातू देवी, श्रवण प्रजापत, देराराम हिंगङा सहित अन्य स्वयंसेवक उपस्थित रहे |
पांच श्रेणियों में मिलेगा दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कार, 15 मार्च अंतिम तिथि
वाणी उत्सव 2025 के तहत दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कार पांच श्रेणियों में कुल छह कलाकारों को प्रदान किया जाएगा। प्रत्येक विजेता को ₹25,000 नकद, प्रशस्ति पत्र, शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया जाएगा।
यह पुरस्कार नवोदित, युवा और वरिष्ठ कलाकारों, विशेष योगदान देने वाले व्यक्तियों या संस्थानों, और सोशल मीडिया के माध्यम से वीणा भजन को बढ़ावा देने वाले कलाकारों को दिया जाएगा। वरिष्ठ कलाकार श्रेणी में दो कलाकारों को यह सम्मान मिलेगा।
इस वर्ष सोशल मीडिया प्रचार श्रेणी को विशेष रूप से जोड़ा गया है, जिससे डिजिटल माध्यमों से लोक संगीत को बढ़ावा देने वाले कलाकारों को पहचान मिलेगी।
इस पुरस्कार और उत्सव में भाग लेने के इच्छुक कलाकारों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 मार्च है। इच्छुक कलाकार रूमा देवी फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट www.rumadevifoundation.org पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन मोबाइल, कंप्यूटर या ई-मित्र केंद्र के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल