बाड़मेर (Barmer) जिले में पहली डिजिटल जनगणना 2027 के पूर्व परीक्षण की तैयारियां प्रारंभ हो गई है। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सोमवार को प्रगणकांे को जनगणना संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान प्रतिभागियांे को मोबाइल एप के जरिए डेटा संकलन, जियो-टैगिंग, डिजिटल मैपिंग और स्व-गणना प्रक्रिया का अभ्यास कराया गया। यह प्रशिक्षण 5 नवंबर तक आयोजित होगा। जिला कलक्टर टीना डाबी ने बताया कि बाड़मेर जिले में बाड़मेर तहसील के 30 गांव एवं नगर परिषद के 10 वार्डाें का डिजिटल जनगणना-2027 के प्री-टेस्ट के लिए चयन किया गया है। इसके लिए क्रमशः 45 एवं 28 ब्लॉक बनाए गए है। उन्हांेने बताया कि यह डिजिटल जनगणना प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और वास्तविक समय आधारित होगी। इससे देश के हर घर का डेटा सीधे राष्ट्रीय सर्वर पर सुरक्षित रूप से दर्ज किया जा सकेगा। जिला कलक्टर ने बताया कि जिला मुख्यालय पर जिला परिषद एवं नगर परिषद सभागार में प्रगणका एवं पर्यवेक्षका को जनगणना के विविध पहलू के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उन्हने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान संबंधित कार्मिक को जिम्मेदारी एवं पूर्ण निष्ठा से कार्य करने के निर्देश दिए गए। इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले कार्मिक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इधर, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत ने डिजिटल जनगणना संबंधित प्रशिक्षण का निरीक्षण करते हुए कार्मिका को गहनता से प्रशिक्षण लेने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि किसी भी प्रकार की शंका-समाधान होने पर प्रशिक्षक से इसके बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करें। ताकि जनगणना करते समय किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आए। जिला परिषद सभागार में प्रशिक्षण के दौरान आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के संयुक्त निदेशक जसवंत गौड़,बाड़मेर तहसीलदार हुकमीचंद, नगर परिषद आयुक्त श्रवणसिंह राजावत,जनगणना कार्य निदेशालय के मास्टर ट्रेनर सहायक निदेशक महेश कुमार एवं विशाल गर्ग समेत अन्य प्रशिक्षकांे ने डिजिटल जनगणना के बारे मंे अवगत कराया। उन्हांेने बताया कि प्रगणकों की निगरानी मोबाइल एप के जरिए की जाएगी और उनकी प्रगति राज्य स्तरीय पोर्टल पर दर्ज होगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश मंे पहली डिजिटल जनगणना-2027 संबंधित पूर्व परीक्षण के लिए बाड़मेर तहसील, नगर परिषद बाड़मेर, जयपुर नगर निगम हैरिटेज के किशनपोल जोन एवं डूंगरपुर जिले की गलियाकोट तहसील का चयन किया गया है। इसमं बाड़मेर तहसील के 30 गांव एवं नगर परिषद के वार्ड संख्या 4 से 12 एवं 29 शामिल है। जनगणना ट्रायल 10 से 30 नवंबर तक होगा। इस दौरान जनगणना अधिकारी घर-घर जाकर 34 तरह के सवाल पूछेंगे। यह जानकारी टैब में ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। प्रगणक पूछेंगे 34 सवाल,टेबलेट पर दर्ज होंगे जबावः जनगणना-2027 के दौरान प्रगणक घर-घर पहुंचकर 34 प्रकार के सवाल पूछेंगे। इनको जनगणना के पूर्व परीक्षण मंे भी शामिल किया गया है। इसके लिए परिवार का मुखिया खुद https://test.census.gov.in/ वेबसाइट पर जाकर भी डेटा भर सकेगा। जनगणना के लिए घर-घर जाने वाले प्रगणक 34 तरह के सवाल टेबलेट में भरेंगे। मकान के मालिकाना हक से लेकर घर पक्का या कच्चा है, इसके बारे में पूछा जाएगा। मकान का फर्श, दीवार और छत किसका बना है? मकान की स्थिति कैसी है, रहने योग्य है या नहीं। परिवार में सामान्यतया रहने वाले लोगों की संख्या कितनी है? पुरुष, महिला और ट्रांसजेंडर, परिवार की श्रेणी एससी-एसटी या अन्य, शौचालय किस तरह का है मकान का मालिकाना हक, किराए का है या खुद का, किसी और जगह मकान है क्या? परिवार में रहने वाले विवाहित दपंती, खाना पकाने में कौन-सा ईधन इस्तेमाल करते है, लकड़ी, फसल के अवशेष, कोयला, मिट्टी का तेल या एलपीजी, बिजली, बायोगेैस, सौर ऊर्जा, टेलीफोन , मोबाइल, स्मार्टफोन है या नहीं? साइकिल, स्कूटर, बाइक, मोपेड, कार, वैन अन्य वाहन में कौनसा साधन है? रेडियो ट्रांजिस्टर है या नहीं? टेलीविजन है तो केबल कनेक्शन है या डीटीएच, डिश, इंटरनेट की सुविधा है या नहीं? लेपटॉप, कम्प्यूटर है क्या?, परिवार के लोग कौनसा अनाज खाते है? गेहूं, बाजरा, चावल, मक्का या अन्य। पेयजल का सोर्स क्या है? नल, पानी का कुआं, हैंडपंप, ट्यूबवैल, नदी, नहर, टैंक, तालाब या बादल का पानी पीते है। पानी घर के पास उपलब्ध है या दूर है। लाइट का मुख्य सोर्स क्या है? बिजली, सौर ऊर्जा, मिट्टी का तेल या अन्य साधन है। शौचालय की सुलभता है या नहीं। परिवार के लोगों के लिए अलग-अलग शौचालय है या सभी एक ही शौचालय को यूज करते है। गंदे पानी की निकासी की क्या व्यवस्था है नाली है या खुले में है। घर में स्नान की सुविधा की स्थिति क्या है? स्नानघर है या नहीं या खुले में नहाते है। रसोई घर में एलपीजी, पीएनजी कनेक्शन है या नहीं। रसोई घर में खाना पकाते है या बाहर, एलपीजी है या पीएनजी।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल
