बाड़मेर (Barmer) सड़क दुर्घटनाओं में लगातार बढ़ रहे मामलों और उनमें होने वाली गंभीर चोटों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग बाड़मेर ने सड़क सुरक्षा जागरूकता को नई दिशा देने के उद्देश्य से स्वास्थ्य भवन परिसर में ‘नो हेलमेट–नो एंट्री’ अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विष्णुराम विश्नोई ने पोस्टर का विमोचन कर जिले में सुरक्षित ड्राइविंग के लिए जन जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमएचओ ने कहा कि हेलमेट का प्रयोग जीवन की सुरक्षा का सबसे सरल और प्रभावी उपाय है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में आए रोज़ सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले युवाओं और किशोरों की संख्या चिंताजनक है। ऐसे में हेलमेट पहनने की आदत डालकर बड़ी संख्या में दुर्घटनाओं की गंभीरता को कम किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग केवल उपचार प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि जन-जन को संवेदनशील एवं जागरूक बनाने की जिम्मेदारी भी इसके साथ जुड़ी है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विभाग ने इस अभियान की शुरुआत की है।सीएमएचओ ने यह भी बताया कि अभियान के तहत जिले के जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र, विद्यालयों, तथा भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर ‘नो हेलमेट–नो एंट्री’ पोस्टर लगाए जाएंगे। साथ ही विभाग की विभिन्न इकाइयाँ स्थानीय निकायों व पुलिस विभाग के साथ मिलकर सड़क सुरक्षा अनुपालन को बढ़ावा देंगी।कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि हेलमेट न पहनने वाले युवाओं में दुर्घटनाओं के दौरान सिर पर चोट आने का जोखिम 70 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। इसलिए यह अभियान लोगों को सीधे उनकी जिम्मेदारी और बचाव के उपायों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।विमोचन कार्यक्रम में आरसीएचओ डॉ बांकाराम, सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्रवण त्यागी, डीपीएम सचिन भार्गव, एएसओ अशोक गौड़, डीपीसी राकेश भाटी, नर्सिंग ऑफिसर मोहनलाल, डीएनओ मुकेश सिंघाड़िया, जिला स्वास्थ्य टीम, नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान जिले में सड़क सुरक्षा के संदेश को व्यापक रूप से फैलाने में मदद करेगा।कार्यक्रम के अंत में सीएमएचओ ने सभी विभागीय कर्मचारियों से अपील की कि वे स्वयं हेलमेट पहनकर लोगों को उदाहरण प्रस्तुत करें और जागरूकता गतिविधियों में सक्रिय सहयोग दें।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल
