राजसमंद (Rajsamand) इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया आई सी ए आई की राजसमंद शाखा द्वारा 11 दिसंबर को स्मार्ट स्टडी इंटरनेशनल स्कूल में एक महत्वपूर्ण करियर काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आई सी ए आई की करियर काउंसलिंग कमेटी के चेयरमैन और सेंट्रल काउंसिल मेंबर , सी सी एम सीए दुर्गेश कुमार काबरा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे।सीए काबरा ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंसी सी ए कोर्स भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि इसमें वाणिज्य कॉमर्स का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को वाणिज्य का ज्ञान कक्षा 6वीं से ही मिलना शुरू हो जाना चाहिए, जिससे उनका वाणिज्य के प्रति रुझान बढ़े और वे भविष्य में भारत के विकास में अपना योगदान दे सकें।भारतीय अर्थव्यवस्था का ‘हृदय’ और करियर की असीम संभावनाएंइस अवसर पर, आई सी ए आई राजसमंद शाखा के चेयरमैन सीए दिनेश चन्द्र सनाढ्य ने भी छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने सीए कोर्स में उपलब्ध विभिन्न करियर अवसरों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रोफेशन भारतीय अर्थव्यवस्था का हृदय होता है, क्योंकि व्यक्ति के शरीर को चलाने के लिए खून की और खून को चलाने के लिए “हृदय की आवश्यकता है । इसी प्रकार देश को चलाने के लिए वित्त की और वित्तीय प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने में सीए प्रोफेशन कीनिर्णायक भूमिका हैं।इसके अतिरिक्त, करियर काउंसलर सीए हर्षित मित्तल ने भी छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने सीए कोर्स की विस्तृत प्रक्रिया और इसमें निहित व्यापक अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सीए मित्तल के मार्गदर्शन से छात्र काफी उत्साहित हुए और उन्होंने सी ए कोर्स को जॉइन करने में गहरी उत्सुकता दिखाई।सीए का शानदार करियर और उद्यमिता की सफलतासीए काबरा ने छात्रों को सीए प्रोफेशन की अपार सफलता और ऊंचाइयों के बारे में भी बताया। उन्होंने उल्लेख किया कि आज विश्व में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले पेशेवरों में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट शामिल हैं। उन्होंने सीए वैभव तनेजा का उदाहरण दिया, जिन्हें प्रति वर्ष लगभग 1294 करोड़ रुपये का वेतन मिलता है।इसके अलावा, सीए काबरा ने यह भी बताया कि चार्टर्ड अकाउंटेंट्स स्टार्ट-अप्स और बिज़नेस जगत में भी काफी सफल रहे हैं। उन्होंने बी ओ ए टी कंपनी के संस्थापक सीए अमन गुप्ता और प्रतिष्ठित उद्योगपति सीए कुमार मंगलम बिड़ला का उदाहरण दिया, जिन्होंने अपनी व्यावसायिक समझ और नेतृत्व क्षमता से बड़े मुकाम हासिल किए हैं।श्रीनाथ जी के दर्शन और स्वागत समारोहकार्यक्रम से पहले, चेयरमैन सीए दुर्गेश कुमार काबरा ने राजसमंद शाखा के कोषाध्यक्ष सीए डी. एस. मेहता के साथ श्रीनाथ जी की राजभोग की झाँकी के दर्शन किए।दर्शन के उपरांत, सीए डी. एस. मेहता के साथ सीए काबरा स्मार्ट स्टडी इंटरनेशनल स्कूल पहुँचे। स्कूल में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। स्वागत करने वालों में आई सी ए आई राजसमंद शाखा के चेयरमैन सीए दिनेश चन्द्र सनाढ्य, सी आई सी ए एस ए आई सी ए आई के छात्र विंग की चेयरपर्सन सीए कोमल चांडक, करियर काउंसलर सीए हर्षित मित्तल, स्मार्ट स्टडी स्कूल के डायरेक्टर मनोहर भाटिया, तिलकेश भाटिया, सीए शिल्पा भाटिया, बृजमोहन तापडिय़ा ,और स्कूल के प्रिंसिपल डाँ. पारुल जोशी शामिल थे।इस कार्यक्रम ने छात्रों को सी ए पेशे के महत्व, वित्तीय सफलता और भविष्य की संभावनाओं से अवगत कराया, साथ ही उन्हें देश की आर्थिक प्रगति में भागीदार बनने के लिए प्रेरित किया।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
