Bhilwara : इन्वेस्टर कंसल्टेशन के साथ विश्व के पहले समर्पित मेटल इकोसिस्टम के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर

6 Min Read
Bhilwara

भीलवाडा (Bhilwara) विश्व की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी और वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच चांदी उत्पादकों में से एक, हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड ने राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉर्पाेरेशन लिमिटेड के सहयोग से विश्व के पहले जिंक पार्क के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए जयपुर में हाई-लेवल स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन वर्कशॉप आयोजित की। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा स्थापित होने वाले जिंक पार्क में जिंक, लेड, सिल्वर और उससे जुड़े मेटल वैल्यू चेन में इनोवेशन, मैन्युफैक्चरिंग और वैल्यू एडिशन के लिए एक नया इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम बनने का प्रस्ताव है। उद्योग भवन कॉन्फ्रेंस हॉल में हुई स्टेकहोल्डर चर्चा में क साथ आए ताकि पार्क के इंफ्रास्ट्रक्चर ब्लूप्रिंट, पॉलिसी आर्किटेक्चर और सेक्टर की प्राथमिकताओं को आकार देने में मदद मिल सके। हिन्दुस्तान जिं़क और रीको के सीनियर लीडरशिप ने प्रस्तावित इंडस्ट्रियल लेआउट, यूटिलिटीज, रिन्यूएबल-एनर्जी इंटीग्रेशन, लॉजिस्टिक्स लिंकेज और मैन्युफैक्चरिंग और रिसर्च-ड्रिवन एंटरप्राइजेज को सपोर्ट करने के लिए डिजाइन किए गए फैसिलिटेशन मैकेनिज्म का एक इंटीग्रेटेड ओवरव्यू शेयर किया। इंटरैक्टिव सेशन ने इन्वेस्टर्स को रॉ मटेरियल एक्सेस, जमीन और यूटिलिटी जरूरतों, टेक्नोलॉजी सपोर्ट, रेगुलेटरी प्रोसेस और डाउनस्ट्रीम एक्सपेंशन के मौकों पर अपनी जरूरतें बताने में मदद की, जिससे रीको को प्रस्तावित पार्क के प्लान को इन्वेस्टर्स की खास जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज करने में मदद मिली। उद्योग भवन कॉन्फ्रेंस हॉल में हुई इस हितधारक चर्चा में पॉलिसीमेकर, इंडस्ट्रियल लीडर,एमएसएमई टेक्नोलॉजी पार्टनर और संभावित इन्वेस्टर एक साथ जुटे ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर ब्लूप्रिंट, पॉलिसी आर्किटेक्चर और सेक्टर की प्राथमिकताओं को अंतिम रूप दिया जा सके। हिन्दुस्तान जिं़क और रीको के वरिष्ठ नेतृत्व ने प्रस्तावित औद्योगिक लेआउट, बिजली-पानी जैसी सुविधाओं, रिन्यूएबल एनर्जी को जोड़ने की योजना, लॉजिस्टिक्स कनेक्शन और मैन्युफैक्चरिंग तथा रिसर्च आधारित उद्योगों को समर्थन देने वाले तंत्रों की पूरी जानकारी दी। इंटरैक्टिव सत्रों के दौरान, निवेशकों को अपनी जरूरतें बताने का मौका मिला। उन्होंने कच्चे माल की उपलब्धता, भूमि, बिजली-पानी की आवश्यकताएं, टेक्नोलॉजी समर्थन, नियामक प्रक्रियाएं और आगे के विस्तार के अवसरों के बारे में बताया। इन जानकारियों के आधार पर, रीको अब इस प्रस्तावित पार्क की योजनाओं को निवेशकों की विशिष्ट जरूरतों के अनुसार बेहतर बना सकेगा। जिंक पार्क, जिसकी घोषणा सबसे पहले राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के साथ दिसंबर 2024 में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में की थी। राजस्थान में चंदेरिया, दरीबा और देबारी में हिन्दुस्तान जिं़क के वर्ल्ड-क्लास माइनिंग और स्मेल्टिंग ऑपरेशन के पास स्थापित करने की योजना है। क्लस्टर में रीको द्वारा सपोर्टेड विकसित इंडस्ट्रियल जमीन, कॉम्पिटिटिव ऑपरेटिंग कॉस्ट, रिन्यूएबल-एनर्जी-बेस्ड पावर इकोसिस्टम और आसान लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी देने का प्रस्ताव है। हिन्दुस्तान जिं़क के मेटल आउटपुट का एक हिस्सा खास तौर पर पार्क के लिए तय होने से, कंपनियों को पक्की सप्लाई, छोटी वैल्यू चेन और काफी कम कार्बन फुटप्रिंट का फायदा होगा। कंपनी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और आरएण्डडी प्लेटफॉर्म तक पहुंच से प्रोडक्ट डेवलपमेंट, एलॉय इनोवेशन और टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप को और बढ़ावा मिलेगा। इस पहल पर रिको के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, आकाश तोमर ने कहा कि, राज्य में पहले से मौजूद जिंक स्मेल्टर इकोसिस्टम के साथ तालमेल बिठाते हुए मेटल प्रोसेसिंग के हब के तौर पर जिंक पार्क पर रीको द्वारा सक्रिय रूप से विचार किया जा रहा है। इस अवसर पर सीईओ, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, अरुण मिश्रा, ने कहा कि “जिंक पार्क एक इंडस्ट्रियल क्लस्टर से कहीं ज्यादा है, यह एनर्जी ट्रांजिशन मेटल्स, जरूरी मिनरल्स और क्लीन-एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग में भारत की क्षमताओं को बनाने का एक लंबे समय का कमिटमेंट है। इंडस्ट्री, सरकार और टेक्नोलॉजी पार्टनर्स की ताकत को एक साथ लाकर, हम एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं जहाँ कंपनियाँ इनोवेट कर सकें, स्केल कर सकें और ग्लोबल लेवल पर मुकाबला कर सकें। यह मिलकर काम करने का तरीका मजबूत सप्लाई चेन बनाने और राजस्थान और भारत को दुनिया के जरूरी मिनरल्स और सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग भविष्य के केंद्र में लाने के लिए आवश्यक है।” जैसे-जैसे भारत अपनी जरूरी मिनरल्स की क्षमता को मजबूत कर रहा है और अपनी मैन्युफैक्चरिंग की महत्वाकांक्षाओं को तेज कर रहा है, जिंक पार्क से गैल्वनाइजिंग, डाई-कास्टिंग, एलॉय मैन्युफैक्चरिंग, रिन्यूएबल-एनर्जी हार्डवेयर, ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स, डिफेंस मटीरियल्स और एडवांस्ड मटीरियल्स जैसी इंडस्ट्रीज की ग्रोथ को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इस पहल से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होगें, एमएसएमई की कॉम्पिटिटिवनेस बढ़ेगी, ग्लोबल और घरेलू मैन्युफैक्चरर्स को आकर्षित किया जाएगा, और ग्लोबल मेटल्स और मटीरियल्स लैंडस्केप में राजस्थान की एक अहम हब के तौर पर स्थिति को मजबूत किया जाएगा। वेदांता ग्रुप की कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क, इस पहल में दशकों की टेक्निकल गहराई, ऑपरेशनल एक्सीलेंस और सस्टेनेबल माइनिंग लीडरशिप लाती है। बड़े पैमाने पर, कुशल और जिम्मेदारी से चलने वाले एसेट्स बनाने के प्रूवन ट्रैक रिकॉर्ड के साथ, कंपनी एक इंडस्ट्रियल क्लस्टर को एंकर करने के लिए अच्छी स्थिति में है जो भारत की बड़ी मैन्युफैक्चरिंग महत्वाकांक्षाओं को सपोर्ट कर सकता है। जिंक पार्क इसी लेगेसी को आगे बढ़ाता है, जो हिन्दुस्तान जिं़क की भूमिका को जरूरी मेटल्स के प्रोड्यूसर से देश के लिए नई इंडस्ट्रीज, नई टेक्नोलॉजीज और नई वैल्यू चेन्स को इनेबल करने तक आगे बढ़ाता है।

रिपोर्ट – पंकज पोरवाल

Share This Article
Follow:
Jagruk Times is a popular Hindi newspaper and now you can find us online at Jagruktimes.co.in, we share news covering topics like latest news, politics, business, sports, entertainment, lifestyle etc. Our team of good reporters is here to keep you informed and positive. Explore the news with us! #JagrukTimes #HindiNews #Jagruktimes.co.in
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version