लोकसभा चुनाव में इस बार बच्चों को शामिल नहीं किया जा सकेगा। छोटे बच्चों को चुनावी रैली में भी नहीं ले जा सकते। अगर ऐसा किया गया तो जिला निर्वाचन अधिकारी संबंधित कैंडिडेट पर कार्रवाई कर सकती है। बीकानेर जिला कलेक्टर नमृता वृष्णि ने ये जानकारी दी है।
पत्रकारों से बातचीत में कलेक्टर ने कहा कि चुनाव आयोग ने पहली बार इस बारे में दिशा निर्देश जारी किए हैं। ऐसे में छोटे व स्कूली बच्चों को चुनावी गतिविधियों में शामिल नहीं किया जा सकेगा। 18 साल से छोटे बच्चों को इसमें शामिल नहीं किया जा सकता। इस मुद्दे पर प्रशासन सख्त रहेगा। कलेक्टर ने बताया कि बीकानेर में कहीं भी अगर राजनीतिक पार्टियों के झंडे समेत प्रचार सामग्री लगी है तो उसे हटाने का काम किया जा रहा है।
इसके लिए नगर निगम और नगर विकास न्यास को आदेश दिए गए हैं। सी-विजिल एप पर भी आम आदमी इसकी जानकारी दे सकता है। जिस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में बीकानेर जिले के सत्रह लाख वोटर्स में महिलाओं की संख्या में इस बार बढ़ोतरी हुई है।
पिछले वर्षों की तुलना में महिला वोटर अधिक है। कलेक्टर ने बताया कि 85 साल से अधिक आयु और चालीस फीसदी से ज्यादा दिव्यांग मतदाताओं के वोट घर से ही डालने का प्रयास किया जाएगा।