पाली जिले (Pali District) के जुणा गांव निवासी एक युवक ने फालना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए एक युवती, पूर्व सरपंच सहित सात लोगों पर हनी ट्रैप में फंसाकर अपहरण, मारपीट, धमकी और वीडियो वायरल कर बदनाम करने का गंभीर आरोप लगाया है।
फालना थाना अधिकारी विक्रम सिंह सांधू ने बताया कि युवक की शिकायत पर सात नामजद आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 365 (अपहरण), 323 (मारपीट), 342 (ग़लत तरीके से बंदी बनाना), 344 (बंधक बनाकर रखना) और 506 (धमकी देना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पांच साल पुरानी रंजिश से जुड़ा है मामला
युवक ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2019 तक उसका संपर्क एक युवती से था। वर्ष 2020 में उसी युवती का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसका शक युवती ने उस पर किया। इस पर युवती ने युवक के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी, जिसके बाद युवक को जेल जाना पड़ा। बाद में राजीनामे के बदले उस पर पांच लाख रुपये की मांग की गई, लेकिन उसने पैसे देने से इनकार कर दिया।
अपहरण कर सुनसान मकान में ले जाकर की मारपीट
शिकायत के अनुसार, युवक 18 मई 2024 को जब अपने गांव आया और मंदिर दर्शन के लिए निकला, तो फालना थाना क्षेत्र में एक स्कॉर्पियो गाड़ी ने उसका रास्ता रोक लिया। वाहन में सवार सात लोगों ने जबरन उसे गाड़ी में डालकर अपहरण किया और खुडाला गांव के एक सुनसान मकान में ले गए।
वहां युवक के साथ मारपीट की गई, कपड़े फाड़े गए और उसे अर्धनग्न कर वीडियो बनाया गया। युवक के अनुसार, उसे दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया और उस पर झाड़ू, बेल्ट और लाठियों से हमला किया गया। युवती ने भी झाड़ू से मारपीट की और सभी ने मिलकर धमकियां दीं कि अगर किसी को कुछ बताया, तो वीडियो वायरल कर देंगे और झूठे मुकदमे में फंसा देंगे।
वीडियो वायरल होने पर सामने आया मामला
घटना के बाद युवक डर के कारण बिना किसी को कुछ बताए कानपुर चला गया, जहां वह नौकरी करता है। 6 जुलाई 2025 को जब वह दोबारा गांव लौटा, तो उसके भाई ने उसे बताया कि उसकी पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। तब जाकर युवक ने हिम्मत जुटाकर पूरी घटना अपने परिजनों को बताई और 12 जुलाई को फालना थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पहले भी हनी ट्रैप की घटनाओं में शामिल रहने का आरोप
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, वे पहले भी युवाओं को लड़कियों के माध्यम से हनी ट्रैप में फंसा चुके हैं। इस तरह के मामलों में युवकों से पैसे की मांग की जाती है और नहीं देने पर उन पर झूठे आरोप लगाकर बदनाम किया जाता है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। युवक ने पुलिस से सुरक्षा की मांग करते हुए कहा है कि उसे जान का खतरा है। साथ ही, उसने वायरल वीडियो से हुई सामाजिक मानहानि और मानसिक आघात को लेकर भी न्याय की गुहार लगाई है।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी