
Kasganj: कासगंज जिले में 16 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape) के आरोप में पुलिस ने 10 अभियुक्तों में से आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार यह घटना 10 अप्रैल को दोपहर लगभग 2:30 बजे नोहरे गांव के पास नहर के किनारे घटित हुई, जब पीड़िता अपने 20 वर्षीय मंगेतर के साथ बैठी थी।
पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने बताया कि घटना के दौरान बाइक सवार 5-6 युवक अचानक आकर पीड़िता और उसके मंगेतर को अलग कर लेते हैं। इन आरोपियों ने न केवल पीड़िता के साथ अपराध किया, बल्कि उसके मंगेतर से राशि भी छीनी। एफआईआर में इन्हें सामूहिक दुष्कर्म, जबरन वसूली, अवैध बंधक, धमकी और चोरी के साथ-साथ बच्चों के यौन अपराध से संबंधित कानूनों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार भारती ने कहा कि अपराध शाखा की टीम ने कासगंज पुलिस के सहयोग से गिरफ्तारियों में मदद की है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अखिलेश प्रताप सिंह, अमित कुमार, सोनू, अजय कुमार, रिंकू, सौरभ, बृजेश और सोनू कुमार के रूप में हुई है। दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
बता दे की, पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह और मंगेतर राशन कार्ड हेतु आवेदन देने के लिए गए थे। लौटते समय एक पेड़ की छांव में विश्राम करते हुए अचानक आरोपी बाइक पर सवार हो कर प्रकट हुए, जिससे घटनाक्रम ने अपने चरम पर पहुंचते ही लड़की और मंगेतर के बीच फूट डाल दी। आरोपी पहले लड़की के सोने के कुंडल और ₹5,000 छीने फिर उस पर अत्याचार करने लगे।
वहि इस घटना के बाद राजनीतिक स्तर पर भी आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले। यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी में से एक बीजेपी से जुड़ा हुआ है, जबकि भाजपा कासगंज जिलाध्यक्ष ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आरोपी पार्टी का कोई पदाधिकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के नेताओं से मिलकर तस्वीर खिंचवाना सामान्य बात है और इस घटना से पीड़िता के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि यह अपराध मानवता के खिलाफ है और हुं पीडित के पक्ष मे है।
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।