
गुरुग्राम पुलिस ने मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में भर्ती एक महिला मरीज के साथ कथित दुष्कर्म (Sexual Assault) के मामले में एक तकनीशियन को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, पीड़िता एक निजी एयरलाइन में कार्यरत (Air Hostess) है और कुछ दिन पहले ही इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराई गई थी। इलाज के दौरान वेंटिलेटर पर रहते हुए उस पर यह गंभीर अपराध होने का आरोप है।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान
गिरफ्तार आरोपी की पहचान 25 वर्षीय दीपक के रूप में हुई है, जो बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बधौली गांव का निवासी है। पुलिस ने गुरुवार को गहन जांच के बाद उसे गिरफ्तार किया। यह मामला तब सामने आया जब 14 अप्रैल को पीड़िता ने सदर थाना में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने पूरी घटना का विस्तृत विवरण दिया।
विशेष जांच दल का गठन
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। इस टीम का नेतृत्व डीसीपी मुख्यालय डॉ. अर्पित जैन कर रहे हैं। जांच में कुल आठ टीमें बनाई गईं जिन्होंने साक्ष्य जुटाने और अस्पताल स्टाफ से पूछताछ का कार्य संभाला।
पुलिस ने अस्पताल परिसर में लगे 800 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और स्टाफ से गहन पूछताछ की। इस जांच में एसीपी सदर यशवंत, एसीपी महिला थाना डॉ. कविता, थाना सदर प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार, महिला थाना पश्चिम प्रभारी इंस्पेक्टर गीता, सीआईए सेक्टर-40 प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार और एएसआई सोनिका शामिल रहे।
क्या हुआ था उस दिन?
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी दीपक पिछले पांच महीने से ICU उपकरण तकनीशियन के रूप में कार्यरत था। FIR के अनुसार, महिला किसी प्रोफेशनल ट्रेनिंग के लिए गुरुग्राम आई थी और होटल में ठहरी हुई थी। एक स्विमिंग पूल में डूबने की घटना के बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद 5 अप्रैल को मेदांता लाया गया।
6 अप्रैल को जब महिला वेंटिलेटर पर थी, तभी आरोपी ने कथित रूप से उस पर यौन उत्पीड़न किया। उस समय महिला अर्ध-बेहोशी की हालत में थी और कुछ बोल नहीं पा रही थी। 13 अप्रैल को डिस्चार्ज होने के बाद उसने पति को इस घटना के बारे में बताया और इसके बाद दोनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
कानूनी कार्रवाई जारी
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 68 और 64(2)(e) के तहत मामला दर्ज किया है, जो अस्पताल स्टाफ द्वारा यौन उत्पीड़न से संबंधित प्रावधान हैं। आरोपी को 19 अप्रैल को अदालत में पेश किया जाएगा।
मामले पर अस्पताल की ओर से मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. संजय दुर्रानी ने कहा, “हमें एक मरीज की शिकायत की जानकारी मिली है और हम जांच में संबंधित अधिकारियों को पूरा सहयोग दे रहे हैं। इस स्तर पर कोई आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं। हमने सभी दस्तावेज, जिनमें CCTV फुटेज भी शामिल है, पुलिस को सौंप दिए हैं। हम जांच प्रक्रिया में सहयोग करते रहेंगे।”