बीएमसी कमिश्नर डा. भूषण गगरानी ने बीएमसी के सड़क निर्माण और मरम्मत, डिसिल्टिंग कार्य और मानसून पूर्व कार्य की समीक्षा की है। बैठक के दौरान उन्होंने डिसिल्टिंग का काम समय पर पूरा करने का निर्देश दिया है, ताकि पानी तेजी से घट सके।
उन्होंने उन्नत तकनीक का उपयोग करके गड्ढों को भरने, आपदा तंत्र को प्रभावी ढंग से लागू करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को मध्य और पश्चिम रेलवे, एमएसआरडीसी और अन्य सरकारी अधिकारियों के साथ समन्वय करने का भी निर्देश दिया ताकि मुंबई के नागरिकों को मानसून के दौरान परेशानी न हो।
सभी अधिकारी रहे मौजूद
बैठक के दौरान सभी अतिरिक्त नगर आयुक्त, उपायुक्त, सहायक आयुक्त, विभिन्न बीएमसी विभागों के एचओडी उपस्थित थे और सभी अधिकारियों ने कंप्यूटर प्रस्तुति दी थी। गगरानी ने उन्हें नालों, नदी की गहरी सफाई करने की सलाह दी ताकि जल जमाव की घटनाएं न हों। पम्पिंग स्टेशनों को सक्रिय एवं अनुरक्षित रखा जाए। सीसी सड़कों का निर्माण चल रहा है और बरसात के दौरान लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
इस संबंध में उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने बरसात से पहले जर्जर भवन को खाली करने का निर्देश दिया, ताकि भवन गिरने की घटना में किसी की जान नहीं जाये. उन्होंने जुहू चौपाटी पर वॉच टावर बढ़ाने और प्रभावी आपदा प्रबंधन तंत्र बनाने का भी निर्देश दिया।
आपदा प्रबंधन सेल का भी किया दौरा
कमिश्नर गगरानी ने बीएमसी के आपदा प्रबंधन सेल का भी दौरा किया था और काम का जायजा लिया था। वरिष्ठ नौकरशाह भूषण गगरानी ने बुधवार को बीएमसी आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला। उन्होंने बीएमसी मुख्यालय में अपने पूर्ववर्ती इकबाल सिंह चहल का स्वागत किया। गगरानी 1990 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, उन्होंने आईएएस परीक्षा में तीसरी रैंक हासिल की थी और वह पहले आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने मराठी भाषा में आईएएस परीक्षा दी थी।
गगरानी ने कोल्हापुर विश्वविद्यालय से एम.कॉम की डिग्री और इतिहास में एम.ए. उत्तीर्ण किया है।उन्होंने नागपुर यूनिवर्सिटी से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की और बर्मिंघम यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री भी हासिल की। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से प्रशासन में पीएचडी भी की।