Barmer। शहर में मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा और दीक्षा कल्याणक महोत्सव के चौथे दिन शनिवार को वर्षीदान का भव्य वरघोड़ा निकाला गया। इसमें बैंड बाजे, ढोल, और धर्म ध्वजा लिए बच्चे और युवा साथ में चल रहे थे। वरघोड़े में हाथी और घोड़े पर समाज के लोग सवार होकर शामिल हुए। पंजाबी बैंड भी आकर्षण का केंद्र रहा। रथ में पांचों मुमुक्षु शामिल हुए। वरघोड़े में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल हुए। महिलाएं एक रंग की साड़ी और हाथों में छोटा छाता लेकर साथ चलीं।
आपको बता दे बाड़मेर में श्री प्रतिष्ठा दीक्षा महोत्सव समिति की ओर से यह आयोजन किया जा रहा है। केयुप भवन परिसर में जैन मंदिर और दादावाड़ी के अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा व दीक्षा के पंचान्हिका महोत्सव के चौथे दिन भव्य वरघोड़ा निकाला गया।
शनिवार को आचार्य जिनमणि प्रभसूरीश्वर म.सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा में बहन म.सा. साध्वी डॉ. विधुत्प्रभा श्रीजी म.सा., साध्वी कल्पलता श्रीजी म.सा., साध्वी श्रुतदर्शना श्रीजी म.सा. और साध्वी मयुरप्रभा श्रीजी म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में वर्षीदान का भव्य वरघोड़ा निकाला गया। महिलाएं एक ही रंग की साड़ी पहनकर हाथों में छाता लेकर साथ में चलीं।
वरघोड़े में शामिल युवा बैंड की धुन पर नाचते-गाते साथ में चल रहे थे। साथ में साध्वी भी पैदल चल रही थीं। वहीं, दीक्षा लेने वाले युवक-युवतियां भी रथ में नाचते हुए नजर आए। चारों ओर गूंज रहा था, “म्हारी बहन दीक्षा ले, वाह भाई वाह भाई।” वरघोड़े में हाथी और घोड़ों पर सवार होकर युवा और समाज के लोग शामिल हुए।
प्रतिष्ठा दीक्षा महोत्सव समिति के सहसंयोजक सम्पतराज धारीवाल और सहसंयोजक मदनलाल मालू कानासर ने बताया- शनिवार को प्रमोद रतन नगर में सुबह 06:00 बजे देवियों का पूजन किया गया। सुबह 09:00 बजे गुरुदेव और साध्वी भगवंत की निश्रा में परमात्मा के दीक्षा कल्याणक और पांच मुमुक्षुओं का सामूहिक वर्षीदान का भव्य वरघोड़ा शहर में निकाला गया।
यह वरघोड़ा शहर के मुख्य मार्गों से गुजरा। दोपहर में रंग मंडप में श्री नवपद की पूजा और राजगृही नगरी में दीक्षार्थियों का अंतिम वायणा कार्यक्रम हुआ। संघ स्वामीवात्साल्य का आयोजन भी किया गया। रात में राजगृही नगरी में संगीतकार नरेंद्र वाणीगोता द्वारा भक्ति भावना कार्यक्रम हुआ और प्रमोद रतन नगर में अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा का विधान हुआ। पंजाबी बैंड इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण था।
रविवार को सुबह शुभ मुहूर्त में माणेक स्तंभ आरोपण, जवांई द्वारा तोरण का विधान, प्रतिष्ठा का महाविधान के बाद परमात्मा गादी पर आसीन होंगे। इसके बाद कुशल वाटिका में सुबह 09:00 बजे मुमुक्षु अक्षय मालू, मुमुक्षु भावना संखलेचा, मुमुक्षु आरती बोथरा, मुमुक्षु निशा बोथरा, और मुमुक्षु साक्षी सिंघवी की भागवती दीक्षा का आयोजन होगा, जो बाड़मेर में नया अध्याय लिखा जाएगा। कुशल वाटिका में सकल जैन समाज का संघ स्वामीवात्साल्य का आयोजन भी होगा।
रिपोर्ट: ठाकराराम मेघवाल