दिल्ली के कथित शराब नीति घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद देश भर में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इसी बीच, समाजसेवी अन्ना हजारे ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
अन्ना हजारे ने कहा कि, मुझे दुख होता है कि अरविंद केजरीवाल ने मेरी बात नही मानी। केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद नई शराब नीति को लेकर मैंने उन्हें दो बार चिट्ठी लिखी थी। मुझे दुख होता है कि उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और अब वो इसमें गिरफ्तार हो गए।
अन्ना हजारे ने कहा, अरविंद केजरीवाल ने मेरे साथ काम किया और शराब के खिलाफ हमने आवाज़ उठाई थी। वो आज शराब नीति बना रहे हैं। इसका मुझे दुख हुआ। उनकी गिरफ्तारी उनकी कृति के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि मैं अब उन्हें (अरविंद केजरीवाल) कोई सलाह नहीं दूंगा। कानून और सरकार को जो करना होगा वो करे।
#WATCH अहमदनगर, महाराष्ट्र: ईडी द्वारा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा, "अरविंद केजरीवाल, जिसने मेरे साथ काम किया और शराब के खिलाफ हमने आवाज़ उठाई थी, वो आज शराब नीति बना रहे हैं…इसका मुझे दुख हुआ…उनकी गिरफ्तारी उनकी… pic.twitter.com/qbieJQ41w4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 22, 2024
अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट से वापस ली अपनी याचिका
बता दे कि शुक्रवार (22 मार्च, 2024) को अरविंद केजरीवाल ने ईडी द्वारा गिरफ्तारी के खिलाफ अपनी याचिका सुप्रीम कोर्ट से वापस ले ली है। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर याचिका पर तुरंत सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया था।
बता दे, दिल्ली के शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार होने वाले अरविंद केजरीवाल चौथे नेता हैं। इससे पहले पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (26 फरवरी), आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (4 अक्टूबर) और तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता (15 मार्च) को भी गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल अरविंद केजरीवाल ईडी की हिरासत में हैं। केजरीवाल को PMLA कोर्ट में पेश करने की तैयारी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली की नई शराब नीति नवंबर 2021 में लागू हुई थी। मगर शुरू से ही ये नीति विवादों में रही। इसके बाद में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने एलजी वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें शराब नीति में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया। इस केस में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मामला दर्ज किया। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ईडी ने भी केस दर्ज कर लिया।