
राजसमंद (Rajsamand) भूपाल नोबल्स पीजी गर्ल्स कॉलेज में हिंदी दिवस सप्ताह के अंतर्गत दूसरे दिन विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से किया गया। इस अवसर पर “हिंदी का महत्व एवं वर्तमान संदर्भ” विषय पर व्याख्यान आयोजित हुआ और छात्राओं ने स्त्री-विषयक कविताओं का सशक्त पाठ प्रस्तुत किया। महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अपर्णा शर्मा ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि “हिंदी वह सूत्र है जो हमें हमारी जड़ों से जोड़ती है। छात्राओं की कविताओं ने स्त्री की संवेदना और संघर्ष को सशक्त रूप से व्यक्त किया है। कार्यक्रम संयोजक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. सम्पत लाल रेगर ने कहा कि “हिंदी हमारी अस्मिता और संस्कृति की आधारशिला है। नई पीढ़ी को इसे अपनी दिनचर्या और विचारों का अंग बनाना होगा।”
उपाचार्य डॉ. इंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि “हिंदी भाषा जन-जन की अभिव्यक्ति है और इसका प्रयोग हमें जीवन के हर क्षेत्र में गर्व के साथ करना चाहिए।कला संकाय प्रभारी डॉ. ललिता राठौड़ ने कहा कि “कविता जीवन की भावनाओं को सरल भाषा में उतारती है और छात्राओं ने इस विधा को सुंदरता से प्रस्तुत किया।” वाणिज्य संकाय प्रभारी डॉ. संगीता मालपानी ने कहा कि “हिंदी दिवस हमें अपनी भाषा के गौरव को याद दिलाने का अवसर है।”
विज्ञान संकाय प्रभारी डॉ. सुमना श्रीमाली ने कहा कि “विज्ञान और तकनीक की प्रगति में भी हिंदी की भूमिका बढ़ रही है और छात्राओं को इसे आत्मविश्वास के साथ अपनाना चाहिए।” डॉ सुरेंद्र सिंह चुंडावत ने स्त्री जीवन से जुड़ी मार्मिक कविता “उगते सूरज की परछाई “ प्रस्तुत की ।
निर्णायक मंडल की सदस्य डॉ. सांत्वना बाफना ने कहा कि “छात्राओं की स्त्री-विषयक कविताओं में संवेदना, संघर्ष और आत्मबल की झलक स्पष्ट दिखाई दी। आज की पीढ़ी स्त्री अस्मिता को जिस मजबूती से स्वर दे रही है, वह प्रेरणादायी है।” साथ ही निर्णायकों में डॉ अनुसूया उपाध्याय एवं डॉ मंजू बोहरा रही। छात्राओं की कविताओं में स्त्री की चेतना, समानता, शिक्षा का महत्व और समाज में उसकी गरिमामयी भूमिका, संघर्ष एवं वर्तमान परिदृश्य में होने वाली दिन -प्रतिदिन की घटनाओं को रेखांकित किया गया। काव्य पाठ प्रतियोगिता में सोनाली शर्मा ने प्रथम स्थान, निशा कुंवर शक्तावत ने द्वितीय स्थान और टीना कुमारी गाडरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। व्याख्यान प्रतियोगिता में नेहा कुंवर ने प्रथम स्थान हासिल किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा । संयोजक द्वारा अंत में निर्णायकों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया ।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
