
वस्त्रनगरी भीलवाड़ा (Bhilwara) शहर सहित पूरे जिले में बुधवार को गणेश चतुर्थी का पावन पर्व बड़े ही हर्षाेल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही मंदिरों और पंडालों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे हर तरफ भक्तिमय माहौल है। शहर के हृदय माने जाने वाले गांधीनगर स्थित गणेश मंदिर और रोडवेज बस स्टैंड के पास स्थित गणेश मंदिर और नेहरू रोड स्थित रोकडिय़ा गणेश मंदिर में विशेष रूप से श्रद्धालुओं का सैलाब देखने को मिला। लंबी-लंबी कतारों में खड़े भक्त भगवान गणपति को मोदक, लड्डू और फूलों की मालाएं अर्पित कर रहे हैं। इस दौरान वे विघ्नहर्ता से अपने और अपने परिवार की सुख-समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। मंदिरों में भगवान गणेश के जयकारे गूंज रहे हैं, जिससे वातावरण पूरी तरह से भक्ति में डूब गया है। गणेश महोत्सव को लेकर भीलवाड़ा में आज सुबह से उत्साह ओर भक्ति भाव चरम पर है बड़ी संख्या में भक्त कतार में लग कर गणपति बप्पा के दर्शन को पहुंच रहे हैं। सिद्ध गणेश मंदिर में गणेश जी का विशेष श्रृंगार किया गया, 5001 मोदक का भोग लगाया गया और दोपहर में महाआरती की गई। साथ ही गांधीनगर स्थित गणेश मंदिर के पास एक दिवसीय मेले का भी आयोजन किया गया है। मेले में रंग-बिरंगे झूले, चकरी और खाने-पीने की कई दुकानें लगी हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी इन गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। भक्तों और मेला घूमने आए लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए, पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। हर जगह पुलिसकर्मी तैनात हैं ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो और लोग शांतिपूर्वक पर्व का आनंद ले सकें। रोकडिय़ा गणेश मंदिर में अध्यक्ष प्रेमप्रकाश शाह की देखरेख में सुबह हवन और महाआरती के बाद भगवान को छप्पन भोेग लगाया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। ओर 21 फीट रोकड़िया गणेश के दर्शन किए। प्रताप नगर थाना क्षेत्र की लेबर कॉलोनी में नवयुवक मंडल ने द्वारा पंचमुखी अष्टभुजा स्वरूप वाले 12 फीट के गणेश जी की विधि विधान के साथ शुभ मुहूर्त में स्थापना की। इस दौरान बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी गणेश जी का आशीर्वाद लेने पहुंचे। 10 दिन तक यहां डांडिया के साथ ही विभिन्न धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। वही शुभ मुहूर्त में माणिक्य नगर के राजा की स्थापना की गई। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा उज्जैन से 12 फीट के गणेश जी की प्रतिमा मंगवाकर माणिक्य नगर चौराहे पर स्थापित किए गए हैं। 10 दिन तक यहां डांडिए के साथ ही विविध आयोजन होंगे। उधर शहर के गली- मोहल्लों और चौराहों पर भव्य पंडाल सजाए गए हैं। इन पंडालों में ढोल- नगाड़ों की थाप पर भगवान गणपति की विशाल और सुंदर प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। सुबह और शाम की आरती के बाद भक्तों के बीच बड़े पैमाने पर प्रसाद का वितरण किया जाएगा। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए, पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो और लोग शांतिपूर्वक दर्शन कर सकें। शाम होते ही इन पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम शुरू हो जाएगी। कई जगहों पर डांडिया रास और भजन संध्या का भी आयोजन किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होकर पर्व की खुशी मनाएंगे। यह पर्व अगले दस दिनों तक इसी उत्साह के साथ मनाया जाएगा, जिसका समापन गणेश विसर्जन के साथ होगा।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल