
Bhilwara। नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र में मंगलवार को विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day) अत्यंत उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण केंद्र के प्रशिक्षकों ने विद्यार्थियों को पृथ्वी की संरचना, इसके महत्व और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षकों ने पृथ्वी के विभिन्न मंडलों जैसे स्थलमंडल, जलमंडल, वायुमंडल और जीवमंडल की परस्पर निर्भरता को समझाया। उन्होंने पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों के महत्व पर प्रकाश डाला और यह भी बताया कि किस प्रकार मानवीय गतिविधियाँ इन संसाधनों को प्रभावित कर रही हैं।
जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और जैव विविधता के नुकसान जैसे गंभीर पर्यावरणीय मुद्दों पर भी चर्चा की गई और विद्यार्थियों को इनके समाधान में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर, प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए पेंटिंग के माध्यम से पृथ्वी के सौंदर्य और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को व्यक्त किया। विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई रंगीन चित्रों में हरी-भरी पृथ्वी, स्वच्छ नदियाँ, वन्यजीव और पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया। इन कलाकृतियों के माध्यम से उन्होंने पृथ्वी के प्रति अपनी संवेदनशीलता और चिंता को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।
महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ ने पृथ्वी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पृथ्वी और पर्यावरण का स्वास्थ्य मानव जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र द्वारा इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की सराहना की और विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहने और अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण-अनुकूल आदतों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों के रूप में, उन्हें लोगों को स्वस्थ जीवनशैली के साथ-साथ स्वस्थ पर्यावरण के महत्व के बारे में भी जागरूक करना चाहिए।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल