भीलवाड़ा। विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रांत का नगर विशेष प्रशिक्षण शिविर स्थानीय हरी सेवा धर्मशाला में प्रारंभ हुआ। यह सप्त दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 31 मई 2024 को पूर्ण होगा। इस शिविर में पूरे राजस्थान प्रांत से नगर समिति स्तर के कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं।
शिविर में विवेकानंद केंद्र द्वारा किए जा रहे संस्कार एवं सेवा कार्यों के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। विवेकानंद केंद्र की स्थापना को 51 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में इस प्रकार के विशेष प्रशिक्षण शिविर पूरे भारतवर्ष में आयोजित किये जा रहे हैं।
इस तरह के शिविरों से 60 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है। नगर विशेष प्रशिक्षण के प्रथम दिन प्रथम सत्र में विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की राष्ट्रीय प्रशिक्षण संयोजक सुश्री मीरा दीदी ने केंद्र कार्य विषय पर चर्चा सत्र लिया।
उक्त सत्र में केंद्र कार्य क्या है और इस कार्य का व्यक्ति परिवार समाज और राष्ट्र के संदर्भ में महत्व पर प्रकाश डाला। केंद्र का कार्य ही राष्ट्र का कार्य है और यह कार्य हमें आत्मीयता से करना है, यह बोध भी केंद्र कार्य चर्चा सत्र में निष्कर्ष के रूप में प्रकट हुआ।
इसके उपरांत मंडल सह द्वितीय चर्चा सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें प्रवास विषय पर विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रांत के प्रांत प्रमुख भगवान सिंह एवं विभाग कार्य पद्धति प्रमुख सांवरलाल बैरवा ने अपने विचार व्यक्त किये। सत्र में प्रवास की महत्ता एवं केंद्र कार्य के लिए उसके उपयोग पर गहन चिंतन मंथन हुआ।
तृतीय सत्र में नगर कार्य की समझ के संदर्भ में चर्चा सत्र विवेकानंद केंद्र भीलवाड़ा के नगर सह प्रमुख राज नायर ने लिया, जिसमें नगर और उसकी विभिन्न रचना की संकल्पना का प्रस्तुतीकरण हुआ।
आज का चतुर्थ चर्चा सत्र विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी फुलेरा के विभाग कार्य पद्धति प्रमुख शंकर लाल कुमावत ने लिया। जिसमें विवेकानंद केंद्र आध्यात्मिक प्रेरित सेवा संगठन के विषय में आध्यात्मिक प्रेरणा को लेते हुए सेवा कार्य करने और राष्ट्र की उन्नति और मनुष्य के निर्माण की संकल्पना को साकार करने की बात हुई।
रिपोर्ट: पंकज पोरवाल, भीलवाड़ा