
भीलवाड़ा (Bhilwara) भारत विकास परिषद्, राजस्थान मध्य प्रान्त ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ-बेटी बढ़ाओ प्रकल्प के तहत नवरत्निका-श्रीजा नामक एक विशेष कार्यक्रम सोमवार को शुरु किया। यह कार्यक्रम 20 अक्टूबर तक चलेगा। इस पहल का उद्देश्य लड़कियों को सामाजिक और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाना, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनका सशक्तिकरण करना है। इस एक महीने के दौरान, विभिन्न कार्यक्रम शाखा स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में आत्म-विश्वास बढ़ाने के लिए रस्सी-कस्सी, जलेबी रेस, नीबू रेस और तीन-पैर की दौड़ जैसे खेल आयोजित किए जाएंगे। मेहंदी, रंगोली, माण्डना, हेयर स्टाइलिंग और स्लोगन प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। डिजिटल युग की नायिकाएं विषय पर फैंसी ड्रेस और डांस प्रतियोगिताएं होंगी, जिसमें भारतीय इतिहास की प्रसिद्ध नायिकाओं को दर्शाया जाएगा। सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर की जागरूकता, मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने और नेत्र व हीमोग्लोबिन परीक्षण के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। स्मार्ट स्टडीज के तहत म्यूजिक कंपोजिंग, वीडियो मेकिंग, करियर काउंसलिंग, मोटिवेशनल स्पीच और डिजिटल पेंटिंग जैसे विषयों पर वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी। बेटियाँ खुद अपनी प्रेरणा बनेंश् विषय पर सोशल मीडिया के सही उपयोग और संघर्ष से सफलता पर चर्चा होगी। शाखाएं एक बेटी को गोद लेंगी और कन्या पूजन/कन्या भोजन का आयोजन करेंगी। प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी रिंकू सोमानी ने बताया कि यह कार्यक्रम प्राचीन भारतीय संस्कृति के यत्र नार्यस्तु पूज्यंते (जहाँ नारियों का सम्मान होता है, वहाँ देवता निवास करते हैं) के सिद्धांत पर आधारित है और इसका उद्देश्य बेटियों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना है।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल