
Jaisalmer। सोमवार (10 मार्च 2025) को समाप्त हुए त्रिदिवसीय अखिल भारतीय जैसलमेर प्रवासी माहेश्वरीअधिवेशन से केंद्र व राजस्थान सरकार को करोड़ों रुपयों का कारोबार मिला है। ऐसे में इस माहेश्वरीअधिवेशन की अर्थव्यवस्था को गति देने में काफी बड़ा योगदान रहा है। इसी के साथ साथ माहेश्वरी अधिवेशन जैसलमेर का सबसे बड़ा आर्थिक आयोजन भी बन गया है, जिससे स्थानीय व्यापार को काफी ज्यादा बढ़ावा मिला है।
इसी के साथ साथ प्रवासी माहेश्वरी अधिवेशन ने भारत के आर्थिक आयोजन में अपना नाम दर्ज करवा दिया है, अखिल भारतीय जैसलमेर प्रवासी माहेश्वरीअधिवेशन में देश के कोने कोने से हजारों माहेश्वरी बन्धुओं ने परिवार सहित हवाईजहाज, रेल, बस एवं अपने स्वयं के साधनों से जैसलमेर पहुँच कर धार्मिक स्थल तनोट, भादरिया, रामदेवरा एवं अपनी अपनी कुल देवी के दर्शन कर कई मनोरथ करवाये एवं भारी मात्रा में भेंट चढाई।
हजारों प्रवासियों ने अधिवेशन से पूर्व पहुंच कर परिवार सहित सम, खुहड़ी में कैमल सफारी करी, लोक कलाकारों के सुन्दर आयोजन देख कर भारी बख्शीस कलाकारों को दी हजारों कार टैक्सी वालों को करोड़ों रुपए का व्यापार करवाया। आयोजन समीति द्वारा तीन दिन शहर के ज्यादातर होटल बुक करवा कर होटल व्यवसायियों को करोड़ों रूपये का व्यापार दिया। अधिवेशन में तीनों दिवस अल सुबह से रात्रि तक खान पान की व्यवस्था पर करोड़ों रुपए का व्यापार स्थानीय व्यवसायियों को देकर राज्य एवं केंद्र के जीएसटी संग्रह को नई ऊंचयियों पर पहुंचा दिया।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्यटन बढाओ नीति में माहेश्वरी समाज ने डंका बजा दिया हैआयोजन में ग्वालदास गोयदानी, नवल राठी, लीलाधर सारड़ा, मेघराज सारड़ा, परमानन्द राठी, प्रेम बिसानी, जगदीश बिसानी , माणक गोलकिया, अशोक राठी, दीपक भूतड़ा, श्रीसत्यनारायण भूतड़ा, प्रमोद मालपनी सहित सेकड़ों समाज जनों का सहयोग मिला।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा