
देवगढ़ (Devgadh) स्वच्छता ही सेवा सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक सशक्त आंदोलन बन गया है। जिसकी कमान अब महिलाएं अपने हाथों में ले रही हैं। गुरुवार को देवगढ़ में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती के अवसर पर स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नगर पालिका देवगढ़ से स्वच्छ भारत ब्रांड एम्बेसेडर भावना पालीवाल की अगुवाई में महिलाओं ने न केवल सार्वजनिक स्थानों की सफाई की, बल्कि समाज को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का भी संदेश दिया। यह पहल दिखाती है कि जब महिलाएं किसी नेक काम के लिए एकजुट होती हैं, तो समाज में कितना सकारात्मक बदलाव आ सकता है। इस अभियान में माय भारत राजसमन्द, कॅरियर महिला मंडल और कई अन्य संस्थाओं की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इन महिला स्वयंसेवकों ने सार्वजनिक स्थानों पर बिखरे प्लास्टिक कचरे और अन्य गंदगी को साफ कर यह साबित कर दिया कि महिला शक्ति सिर्फ घर संभालने तक सीमित नहीं है, बल्कि वह समाज को बदलने की भी क्षमता रखती है। उन्होंने अपने श्रम और समर्पण से एक ऐसा उदाहरण पेश किया है, जो आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगा। इस अभियान का उद्देश्य केवल सफाई करना नहीं था, बल्कि लोगों को यह समझाना भी था कि स्वच्छता हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। इन महिलाओं ने अपने हाथों में झाड़ू और कचरा बैग लेकर, गंदगी के खिलाफ एक युद्ध छेड़ा, जिसका परिणाम न केवल एक स्वच्छ वातावरण के रूप में सामने आया, बल्कि लोगों की सोच में भी एक सकारात्मक बदलाव आया। यह पहल स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम में प्रीती वैष्णव, अरीना, मोनिका चौहान, दिव्या चौहान, सीमा, रेखा रेगर, वंदना सालवी, सुमित्रा, भगवती, माया कुमारी, राजू देवी, निकिता, सरोज, सीमा कुमारी, ट्विंकल, पायल सहित 20 से अधिक महिलाओं की भागीदारी ने इस बात को पुख्ता कर दिया कि जब महिलाएं ठान लेती हैं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी उपस्थिति और उत्साह ने इस अभियान को एक नई ऊर्जा दी।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत