बड़गांव (Badgaon) कस्बे के राशन वितरण केन्द्र पर तकनीकी खामियों और प्रशासनिक लापरवाही के कारण विकलांग और मंबुद्धि व्यक्तियों को सरकारी राशन से वंचित होना पड़ रहा है। बडग़ांव निवासी राकेश कुमार मेघवाल जो कि मंबुद्धि और दिव्यांग है,अपने हक का राशन पाने के लिए महीनों से प्रयास कर रहे है,लेकिन ई-मित्र केन्द्र या राशन डीलर द्धारा की जा रही केवाईसी प्रक्रिया में उनका फिंगरप्रिंट और आई स्कैन मशीन सेे सफल नहीं हो पा रहा है,जिससे उन्हें राशन नहीं मिल रहा। उनके परिजन कई बार संबंधित अधिकारियों को अवगत करा चुके है,लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति न केवल राकेश के साथ अन्याय है,बल्कि उन सभी दिव्यांग और बुजुर्गो के लिए भी चिंता का विषय है जिनके बायोमेट्रिक फेल हो जाते है। राशन डीलरों के पास आइरिस स्कैनर उपलब्ध होने के बावजूद सही प्रशिक्षण और प्रक्रिया के अभाव में उनका उपयोग नहीं हो पा रहा। डीलर भी सरकार की ओर से निर्देशित केवाईसी पूरी होने के बाद ही राशन देने की बात कहते हैं।
रिपोर्ट – शंकर चौधरी
