
सांचौर जिले के रानीवाड़ा मे स्वामी आत्मानंद सेवा संस्थान वात्सल्यधाम में विश्व प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर समाजसेवी मारवाड़ गौरव डॉ. रूमादेवी के पहुंचने पर ढोल-नगाड़ों एवं बच्चों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। संस्थान अध्यक्ष प्रागाराम पुरोहित एवं विद्यालय निर्देशक अमृत पुरोहित द्वारा स्मृतिचिन्ह देकर उनका अभिनंदन किया गया। प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर डॉ. रूमादेवी ने संस्थान के बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में कोई भी काम बड़ा नहीं है।
यदि हमारा लक्ष्य बड़ा हो तो हम एकाग्रता अनुशासन मेहनत एवं कठिन परिश्रम से अपनी मंजिल को हासिल कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों को कहा कि आप जो सोचते हो वो बन सकते हो, चाहे कितना भी बड़ा आपका सपना क्यों ना हो, सब संभव है। उसके लिए आपको आत्मविश्वास धैर्य मेहनत और लगन की जरूरत होती है।
उन्होंने बताया कि संस्थान के द्वारा सामाजिक सरोकार के जो कार्य किए जा रहे हैं वो वास्तव में सराहनीय है। असहाय बच्चों की सेवा से बढ़कर कोई पुण्य का कार्य नहीं है। उन्होंने बताया कि असहाय बच्चों की सेवा करना भगवान की सेवा के बराबर है। क्योंकि अपने स्वयं के बच्चों की सेवा तो प्रत्येक मां-बाप करते हैं।
परंतु ऐसे बच्चे जिनके सिर से मां बाप का साया उठ गया हो उनकी देखभाल व पालन पोषण करने वाले संसार में बिरले ही लोग होते हैं। डॉ.रूमा देवी ने अपनी संघर्ष भरी कहानी बताते हुए बालिकाओं को उच्च शिक्षा हेतु प्रेरित किया।
निराश्रित बच्चों से की वार्ता
इस दौरान रूमा देवी ने संस्थान का अवलोकन भी किया एवं वात्सल्यधाम में आवाससरत निराश्रित बच्चों से भी मुखातिब हुई। ग्रामीण विकास चेतना संस्थान बाड़मेर के सचिव विक्रम सिंह ने कहा कि संस्थान द्वारा नि:स्वार्थ भाव से बच्चों को शांतिप्रिय एवं पारिवारिक माहौल में अच्छी शिक्षा मुहैया करवाना वास्तव में सराहनीय एवं नेक कार्य है।
गौरतलब है कि नारी शक्ति अवार्ड से राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित डॉ रूमा देवी ने ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के माध्यम से बाड़मेर जिले में हस्तशिल्प का कार्य करने वाली हजारों महिला दस्तकारों को सशक्त करने का कार्य किया है। इस अवसर पर संस्थान के कार्मिक सहित कई लोग मौजूद थे।