
जैसलमेर (Jaisalmer) जिले के उदयनगर इलाके में इफ्को की नकली डीएपी खाद बनाने का बड़ा मामला उजागर हुआ है। कृषि विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने बाड़मेर रोड स्थित उदयनगर इलाके में एक मकान पर छापा मारकर 88 बैग नकली डीएपी जब्त किए हैं। कार्रवाई के दौरान मौके से भारी मात्रा में खाली कट्टे, पैकिंग सामग्री और मशीनें भी मिली हैं। टीम ने कार्रवाई के दौरान नकली डीएपी खाद से भरे कुल 88 बैग जब्त किए, जिनकी बाजार कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है। यह फैक्ट्री मकान के अंदर गुपचुप तरीके से संचालित की जा रही थी। मौके से इफ्को और भारत डीएपी ब्रांड के नाम वाले 744 खाली कट्टे और दो पैकिंग मशीनें बरामद हुई हैं। यह सामग्री नकली खाद को असली ब्रांड का रूप देने के लिए इस्तेमाल की जा रही थी। छापेमारी के दौरान फैक्ट्री संचालित करने वाले आरोपी कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गए। पुलिस ने मौके से सभी जब्त माल को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। जैसलमेर कृषि विभाग के जॉइंट अधिकारी जीवनराम भाखर ने बताया कि जब्त किए गए खाद के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं।लैब रिपोर्ट आने के बाद सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।टीम ने कट्टे पैक करने वाली 2 मशीनें जब्त की है। बताया जा रहा है कि करीब 15 दिन पहले ही उदयनगर में किराए पर मकान लेकर प्रिंटेड कट्टों में नकली डीएपी भरकर उसे बाजार में बेचने का गोरखधंधा चल रहा था। पुलिस ने फैक्ट्री में काम करने वाले विजयदान को गिरफ्तार कर लिया। जबकि संचालक कार्रवाई की भनक लगते ही फरार हो गया। गौरतलब है कि रबी की सीजन में डीएपी की डिमांड है। बाजार में महंगे दामों पर डीएपी नहीं मिल रही है। इससे पहले चूने की ढाणी में लंबे समय से नकली डीएपी बेचने का काम किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि हाल ही में करीब 25 टन नकली डीएपी बेची गई है । इसके बाद उदयनगर में पैकिंग का काम शिफ्ट किया गया। नकली डीएपी बेचने का मुख्य आरोपी हाकमदान है। हाकमदान द्वारा ही नकली डीएपी मंगवाई जाती थी। इसके साथ ही इफको व भारत डीएपी के खाली कट्टे भी मंगवाएं जाते थे। इसके बाद उस नकली डीएपी को ब्रांडेड कंपनी के कट्टों में भरकर बाजार में बेचने काकाम किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी हाकमदान का भाई गुलाबदान पुलिस में कांस्टेबल है। कार्रवाई में दिल्ली से मंगवाया एक कट्टा भी मिला है जिस पर कांस्टेबल गुलाबदान का नाम व हाकमदान के मोबाइल नंबर लिखे हुए हैं।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा
