Sirohi। नवकार महामंत्र एक ऐसा प्राचीन मंत्र हैं। जिसके जाप एवं साधना से विश्व में शांति-अमन चेन एवं भाईचारा कायम होता है। इसी कारण जीतों एवं जैन समाज बुधवार (9 अप्रेल 2025) को पहली बार विश्व नवकार महामंत्र दिवस मनाने जा रहा हैं। यह बात राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी मोर्चे के चेयरमेन सरदार एम एस बिट्टा ने कही।
उन्होंने सम्पूर्ण विश्व एवं भारत वासियों से आव्हान किया हैं कि वे 9 अप्रेल 2025 को सुबह 8 बजे से 9.30 बजे तक नवकार महामंत्र का जाप कर इस दिवस को सफल बनावे।
मंदिरों का ऐतिहासिक जिला है सिरोही
सिरोही जिले के धार्मिक स्थलों के दौरे पर आये बिट्टा ने कहा कि सिरोही जिला वास्तव में मंदिरों का एक ऐतिहोसिक जिला हैं। जहां पहाडों में जैन एवं सनातन धर्म के प्राचीन जिनालय मंगलवार (2 अप्रेल 2025) को हैं। इन प्राचीन स्थलों पर ऋषि मुनियो एवं जैनाचार्या ने एकांतवाद में बडी साधना-तपस्या कर अपने जीवन को धन्य बनाया।
जीरावला तीर्थ में अनेक गुरू भगवंतो की शिष्या साध्वी विनितपूर्णा, अर्चितगुणा, विश्वारत्नासूरि ने बिट्टा को आर्शीवाद देते हुऐ वहां कि उन्होंने जैन धर्म की मूल भावना “किसी प्राणी को दुःख न हों” को अच्छी तरह समझते हुऐ जैन तीर्थी के दर्शन कर सम्यगदर्शन को अपने जीवन में उतारा जो सराहनीय एंव अनुकरणीय हैं। साध्वी ने बिट्टा के मुख से उनकी जीवनी को सुना ओर कहा कि मंगलवार को देश में बिट्टा जैसे देश एवं धर्म प्रेमी व्यक्तियों की आवश्यकता हैं। जो सच्चे अर्थो में अपने प्राणों की बाजी लगाकर राष्ट्र सेवा करते हैं। बिट्टा ने मंगलवार को सुबह अजारी में ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की एवं आरासना में अम्बामाताजी की आरती में भाग लेकर विश्व कल्याण की प्रार्थना की।
उन्होंने नांदिया में भगवान महावीर स्वामी को सांप डसने वाले स्थल के दर्शन किए। यहां पर पुजारी ने बताया कि भगवान महावीर स्वामी को सांप ने डसा तो खुन की जगह दुध निकला था। उन्होंने नांदिया में मिडिल स्कुल में विधाथियों को सम्बोधित करते हुऐ कहा कि बच्चों को शहीद भगतसिंह सहित अनेक महापुरूषो की जीवनी को पढकर आगे बढना चाहिए। वन्दे मातरम् एवं भारतमाता की जय हो के गगन भेदी नारों से विधाथियों ने बिट्टा का जोरदार स्वागत किया। बिट्टा ने रिछेश्वर महादेव मंदिर में पहाड के नीचे बने शिवलिंग के दर्शन किए वहां पुजारी दुर्गा शंकर रावल ने इस मंदिर का प्राचीन इतिहास व उसके प्रमाण की जानकारी दी।
बिट्टा ने नितोडा में चिंतामणी पार्श्वनाथ बाबाजी महाराज एवं कृष्ण भगवान के प्राचीन जिनालय में दर्शन किए। उन्होंने रात्रि में पावापुरी में भक्ति कार्यक्रम में भक्ति का आनन्द लिया। आबुरोड जाते वक्त उन्होंने दत्ताणी में नवनिर्मित भगवान सीमंधरस्वामी के दर्शन किए ओर वहां पर प्रबंधक भरत भाई एवं शिक्षाविद्ध पुनमसिंह ने दत्ताणी युद्ध की जानकारी दी। यहां पर मुनिराज मो़क्षेशचन्द्र सागरजी से भेंटकर उनका आर्शीवाद लिया। आबुरोड़ से वे राजधानी से दिल्ली रवाना होने से पहले रेलवे स्टेशन पर विधायक मोतीराम कोली एवं क्रांग्रेस जिलाध्यक्ष आनन्द जोशी ने भेंटकर उनका स्वागत किया।