पाली, 6 अक्टूबर 2025 : पाली (Pali) में सोमवार को श्री मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज द्वारा समाज के आदिपुरुष महाराजा श्री अजमीढ़ जी महाराज की जयंती बड़े उत्साह, श्रद्धा और सांस्कृतिक रंग में मनाई गई। इस अवसर पर शहर में भव्य शोभायात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के सैकड़ों सदस्य शामिल हुए।
शोभायात्रा में झांकियों और नृत्य का नजारा बना आकर्षण का केंद्र
शोभायात्रा की शुरुआत अग्रसेन भवन से हुई, जो पानी दरवाजा, सर्राफा बाजार, उदयपुरिया बाजार, चूड़ीघर बाजार, रूई कटला, धानमंडी, सोमनाथ मंदिर, भेरूघाट होते हुए पुनः अग्रसेन भवन पर संपन्न हुई।
यात्रा में राम-सीता की झांकी, महाराजा श्री अजमीढ़ जी की झांकी, तथा स्वर्णकार समाज के पारंपरिक व्यवसाय को दर्शाती झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र रही।
ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचे युवा, महिलाओं ने बढ़ाई शोभा
समिति प्रवक्ता अशोक अग्रोया ने बताया कि शोभायात्रा की शुरुआत में झांसी की रानी की झांकी के साथ केसरिया ध्वज लिए युवाओं का दल आगे-आगे चल रहा था। नासिक ढोल-नगाड़ों की थाप पर नवयुवक मंडल अध्यक्ष रविन्द्र रोड़ा और युवा सदस्य नाचते-गाते यात्रा में शामिल हुए।
महिला मंडल अध्यक्ष सोना अडाणिया के नेतृत्व में सभी महिलाओं ने एक जैसी चूंदड़ी साड़ी पहनकर समाज की एकता और परंपरा का संदेश दिया।
समाज के आदिपुरुषों के रथ की अगुवानी में उमड़ा जनसैलाब
शोभायात्रा के अंत में समिति अध्यक्ष देवीलाल अडाणिया सहित समाज के वरिष्ठ जनों ने महाराजा श्री अजमीढ़ जी, द्विमीढ़ जी एवं पुरूमीढ़ जी के रथ की अगुवानी की। शहरवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
अग्रसेन भवन पहुंचने पर विशेष आरती के साथ शोभायात्रा का समापन किया गया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और प्रतिभा सम्मान से सजा समारोह
शोभायात्रा के पश्चात अग्रसेन भवन में आयोजित समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष देवीलाल अडाणिया ने की, जबकि पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, पूर्व सभापति महेन्द्र बोहरा और समाज के गणमान्य सदस्य मंचासीन रहे।
कार्यक्रम में समाज के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिन पर सभी अतिथि मंत्रमुग्ध हो उठे।
51 मेधावी विद्यार्थियों और भामाशाहों को किया गया सम्मानित
प्रवक्ता अशोक अग्रोया ने बताया कि समाज के 51 प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को स्वर्णपदक, रजतपदक, मोमेंटो और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
साथ ही समाज के भामाशाहों को भी उनकी समाजसेवा एवं सहयोग के लिए स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
समाज के संगठित प्रयासों से बढ़ेगी नई पीढ़ी में प्रेरणा
समारोह का संचालन गुणप्रकाश कड़ेल ने किया। कार्यक्रम में रामनिवास रोड़ा, गणपतलाल अग्रोया, महेश भामा, जगदीश खजवानिया, भावेश अडाणिया, पवन अग्रोया, नीरज सहदेव, ढगलचंद कड़ेल, किशोर खजवानियां, मुकेश जांगलवा, श्रीकांत खजवानीया, योगेश भामा, दीपक रोड़ा, मनीष माहेच, हेमराज जांगलवा, दीपांशु सहित बड़ी संख्या में समाजबंधु, महिलाएं एवं बच्चे उपस्थित रहे। समिति अध्यक्ष देवीलाल अडाणिया ने अपने समापन उद्बोधन में कहा कि ऐसे आयोजन समाज में एकता, संस्कार और परंपराओं की भावना को मजबूत करते हैं। अंत में सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में समाज के युवा शिक्षा, सेवा और संस्कार के क्षेत्र में और अधिक अग्रणी भूमिका निभाएंगे।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी