मंडार (Mandar) सोरडा हत्या कांड का मामला मंडार, गत साल सोलह फरवरी को सोरडा में एक कृषि पर लोहे के गेट में करट प्रवाहित करने से युवक पदमाराम चौधरी की झुलसने से हुई मौत को करीब 20 माह बीतने हे बाद भी खुलासा नहीं हुआ। दस अप्रैल को एफएसएल जयपुर सहायक निदेशक तथा टीम के पहुंचने के सोरड़ा पहुंचने के बाद सिन रीक्रिएट करने के बाद पीड़ित परिवार तथा समाज को खुलासे की उम्मीद जगी थी। समाज के उत्तम चौधरी ने बताया मामले की जांच एसपी राजीव राहड रूप सिंह इंदा, थानाधिकारी हरिसिंह राजपुरोहित इस मामले में जांच कर चुके है। विभिन्न अधिकारियों की जांच के बाद भी नतीजा नहीं निकला है। अब डीएसपी मनोज गुप्ता के पास जांच है। घटना के अठारह माह बाद अभी तक परिवार तथा समाज को कोई उम्मीदें नजर नहीं आ रही है। सोरडा में हत्याकांड के मामले में पीड़ित परिवार ने 6 बार धरना दे चुका है। दस अप्रैल को एफएसएल जयपुर सहायक निदेशक तथा टीम सोरडा पहुंची थी। टीम ने सीन रीक्रिएट कर मौके की वीडियोग्राफी भी की थी। जिससे समाज व परिवार को उम्मीद जगी थी। लेकिन, उसे भी सात माह के लगभग होने को आया है। परिवार प्रदेशाध्यक्ष को ज्ञापन दे चुके हैं। चौधरी ने बताया लंबे समय के बाद भी हत्या कांड का पर्दाफाश नहीं होने से शुक्रवार दोपहर बाद पीड़ित परिवार, तथा समाज के दर्जनों लोग राजेश्वर छात्रावास परिसर में एकत्र होकर पुलिस की कार्यप्रणाली के प्रति असंतोष जता आक्रोश व्यक्त किया। समाज ने सोमवार की हर घर से एक एक युवक,व्यापार मंडल के लोग धरने में पहुंचेंगे। चौधरी ने बताया धरने ने सम्मिलित होने वाले लोग हवन के लिए खोपरा वाटकी लेकर पहुंचेंगे।थाना परिसर में अनिश्चित कालीन धरना देकर यज्ञ किया जाएगा।
रिपोर्ट – अशरफ भाटी
