जैसलमेर (Jaisalmer) जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग, जैसलमेर के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 2025 सप्ताह का जिला स्तरीय समापन समारोह शनिवार को इंदिरा इण्डोर स्टेडियम, जैसलमेर में उत्साहपूर्ण वातावरण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य कार्यकारी अधिकारी रश्मि रानी द्वारा बाल विवाह मुक्त राजस्थान एवं लड़कियां भागें सबसे आगे थीम पर आधारित 5 किमी. विशेष मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस मैराथन में जिले के 19 विद्यालयों की लगभग 500 बालिकाओं एवं 39 महिला कोचों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर उपनिदेशक महिला अधिकारिता अशोक कुमार गोयल, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महेश बिस्सा, सहायक निदेशक बाल अधिकारिता हिम्मत सिंह कविया एवं हमारी लाडो फाउंडेशन की समन्वयक कविता पुनिया सहित अनेक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। बालिका सशक्तिकरण पर प्रभावशाली प्रस्तुतियाँ एवं सम्मान समारोह मैराथन के पश्चात आयोजित मुख्य कार्यक्रम में महिला अधिकारिता, बाल अधिकारिता एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बालिकाओं के अधिकार, सुरक्षा एवं सशक्तिकरण पर संवाद आयोजित किया गया। उपनिदेशक महिला अधिकारिता ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सप्ताहभर जिलेभर में बालिकाओं के लिए माहवारी स्वच्छता, गुड टच-बैड टच, साइबर क्राइम, बाल विवाह शपथ कार्यक्रम, निबंध व स्लोगन प्रतियोगिताएं, आंगनवाड़ी केंद्रों पर जाजम बैठकें एवं आत्मरक्षा शिविर जैसी जन जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की गईं। कार्यक्रम में छात्रा माही पुरोहित द्वारा बालिका सशक्तिकरण पर प्रभावशाली उद्बोधन प्रस्तुत किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कक्षा 10वीं एवं 12वीं के चार संकाय यथा कला, विज्ञान, वाणिज्य एवं कृषि की दस सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं सहित राजकीय कन्या महाविद्यालय एवं एसबीके राजकीय महाविद्यालय की शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली तीन-तीन बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र एवं शब्दकोष भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही, 7 महिला प्राचार्याओं एवं शिक्षिकाओं को बालिका सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। वहीं, दौड़ में भाग लेने वाली समस्त बालिकाओं, कोच एवं वॉलिंटियर्स को अतिथियों द्वारा मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। बाल विवाह मुक्त राजस्थान का संकल्प इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रश्मि रानी ने कहा कि 11 अक्टूबर को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस बालिकाओं की आवाज़, कार्यों एवं नेतृत्व को सम्मानित करने का वैश्विक अवसर है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को “बाल विवाह मुक्त राजस्थान” का संकल्प दिलवाते हुए बालिकाओं को मेहनत, आत्मविश्वास एवं दृढ़संकल्प के साथ जीवन में ऊँचाइयाँ हासिल करने की प्रेरणा दी। समाजसेवी अरुण पुरोहित ने बालिकाओं को भारतीय इतिहास की प्रेरणादायी महिला विभूतियों के जीवन प्रसंग सुनाकर उनका उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम के सह-प्रभारी सहायक निदेशक हिम्मत सिंह कविया ने बाल अधिकारों, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 एवं बाल विवाह मुक्त राजस्थान अभियान की जानकारी दी, जबकि हमारी लाडो फाउंडेशन की समन्वयक कविता पुनिया ने लड़कियां भागें सबसे आगे कार्यक्रम की गतिविधियों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। अंत में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महेश बिस्सा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए समारोह के सफल आयोजन के लिए विभागीय टीम एवं सभी सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा