
राजस्थान के जैसलमेर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान की उपस्थिति में पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के आसमान से दिल दहला देने वाली आवाजें, बमबारी का शोर और आकाशवीरों का आसमान में कब्जा कर दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। दुश्मन ने जैसे ही हमला किया उसके थोड़ी ही देर में वायुसेना के वीरों ने आसमान में फाइटर विमानों से बमबारी की तो दुश्मन के काल्पनिक ठिकाने मलबे में तब्दील हो गए।
शनिवार को वायुशक्ति-24 युद्धाभ्यास में वायुसेना के 121 लड़ाकू विमानों ने अचूक निशानों से दुश्मन के छक्के छुड़ा दिए। मौसम में खुली ठंडक के बावजूद आसमान से हुई बमों की बारिश से जमीन पर रेत के गुबार उठे। हर तीन साल में होने वाली इस एक्सरसाइज में इस बार 77 फाइटर जेट, 41 हेलिकॉप्टर, 5 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सहित कुल 121 एयरक्राफ्ट शामिल हैं।
वायु शक्ति युद्धाभ्यास में वायुसेना के मिराज 2000, राफेल, तेजस, प्रचंड, सुखोई 30 एमकेआई, मिग 27, जगुआर, तेजस, हावक, मिग 21, एमआई 35 व मिग 35 सहित कई फाइटर विमानों ने दुश्मनों के ठिकानों के साथ उनकी मंशा को भी तबाह कर दिया। एक ही समय में दुश्मन के ठिकानों पर लगातार बमों की बौछार कर उन्हें मलबे के ढेर में बदल दिया। इसी तरह वायुसेना के हेलिकॉप्टर चिनकु,एमआई 17V5, एमआई 35, एल्हमकीव, मिग- 29 व मिग-27 ने दुश्मन के पेट्रोल, टैंक, राडार व बिल्डिंग को तबाह कर दिया।
वायुसेना ने अपने प्रदर्शन में अत्याधुनिक तकनीकों के समावेश का परिचय देते हुए रिहर्सल में रात के समय ना सिर्फ दुश्मन की लोकेशन ट्रेस की बल्कि एक साथ दुश्मन के इलाके में बमबारी करते ध्वस्त कर दिए। दुश्मन को तबाह करने के लिए राफेल, तेजस, प्रचंड, सुखाई, जगुआर व मिराज 2000 ने अचूक निशानों की बदौलत रेगिस्तान को धमाकों से गूंजा दिया।
121 एयरक्राफ्ट पिछले 15 दिन से अलग-अलग एयरबेस पर तैनात थे और प्रैक्टिस कर रहे थे। शनिवार को पोकरण फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास के लिए जोधपुर एयरबेस पर लड़ाकू विमान सुखोई, राफेल, तेजस, प्रचंड और ध्रुव हेलिकॉप्टर तैनात किए गए। इन्होंने जोधपुर एयरबेस से उड़ान भरी।