
नवरात्रि के अवसर पर लोग अपने परिवार की खुशी व मनोकामना पूर्ण करने के लिए व्रत रख कर खुशहाल जिंदगी जीने की ख्वाहिस या आशा रखते है। लेकिन थार नगरी बाड़मेर जिले में अजीब सा मामला सामने आया है जहाँ नवरात्रि व अग्रसेन जयंती के अवसर पर पति-पत्नी ने देहदान करने की घोषणा की है।दरअसल, दंपतियो को अग्रसेन महाराज की एक ईंट एक रुपया प्रेरणा से उन्होंने देहदान करने की घोषणा की।
देहदान करने वाले रामकिशन बंसल ने बताया कि उनका आज जन्मदिन भी है। साथ ही नवरात्रि और अग्रसेन की जयंती के अवसर पर पति-पत्नी दोनों ने ये निर्णय लिया है। देहदान करने पहुंची महिला दमयंती अग्रवाल ने 56 वर्ष की उम्र में अपने पति के साथ देहदान करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि 10 साल से इच्छा थी कि देहदान या अंगदान करना है। अग्रवाल महाराज की एक ईंट एक रुपया की धारणा से हमे प्रेरणा मिली कि देहदान कितना जरूरी है।

परिवार वालो से बातचीत कर इस बारे मे समझाईस करने की कोशिश की गई। शुरू में छोटे बेटे ने इस बात को लेकर नाराज़गी जताई लेकिन कई बार समझाने पर वो भी राजी हो गए। महिला दमयंती ने बताया कि इस तरह का कार्य करके पर बहुत ही खुशी हो रही है। देहदान का मुख्य उद्देश्य समाज में शरीर किसी जरूरतमंद के काम आ सके। देहदान करने वाले रामकिशन बंसल और दमयंती अग्रवाल के दो लड़के पुनित और कुलदीप हैं और बहू कविता और पूजा की सहमति के बाद दोनों ने ये फैसला लिया।