
जैसलमेर। “नशा मुक्त भारत अभियान” के तहत 38वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल (BSF) के द्वारा सीमान्त गांव बाहला में उप महानिरीक्षक योगेन्द्रसिंह राठौर के निर्देशन व कार्यवाहक कमांडेट इन्द्रेशकुमार यादव के नेतृत्व में “नशा उन्मुलन जागरुकता कार्यक्रम” का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य सीमावर्ती ग्रामीणों में मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों के प्रति जागरुकता फैलाना एवम समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रेरित करना था। इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों एवम जवानों द्वारा ग्रामीणों को नशा न करने व इसके विरुद्ध समाज को एकजुट करने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के दौरान सीमा सुरक्षा बल द्वारा जन सहभागिता के माध्यम से नशे से बचाव, इसके सामाजिक व स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणामों की जानकारी दी गयी। ग्रामीणों ने भी इस जागरुकता अभियान में बढ़ चढ़ कर भाग लिया एवं नशा मुक्त समाज के निमार्ण हेतु अपना संकल्प दोहराया।
इसी क्रम में, बटालियन मुख्यालय पर भी एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें बटालियन चिकित्सा अधिकारी द्वारा मादक पदार्थों के लत, उसके कारण, प्रभाव और बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला गया। इस व्याख्यान में सीमा सुरक्षा बल के जवानों सहित उनके परिवारिक सदस्यों ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
इस अवसर पर बटालियन के कार्यवाहक कमांडेट ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल न केवल देश की सीमाओं की सुरक्षा में संलग्न है, बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी अपनी जिम्मदारियों को निभा रही है। “नशा मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सीमा सुरक्षा बल इस प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करती रहेगी।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा