
बाड़मेर। आगामी 7 दिनों में धरती आबा अभियान की कार्य योजना तैयार करवाना सुनिश्चित करवाएं। इसकी प्रभावी क्रियान्विति के लिए संबंधित विभागीय अधिकारी प्रभावी मोनेटरिंग करें। जिला कलेक्टर टीना डाबी (Tina Dabi) ने बुधवार (4 जून, 2025) को जिला मुख्यालय पर धरती आबा अभियान संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए यह बात कही। कलेक्टर डाबी ने कहा कि भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय की ओर से धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत धरती आबा अभियान जागरूकता और लाभ संतृप्ति शिविर 15 से 30 जून तक आयोजित होंगे।
उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य जिले के अनुसूचित जन जाति क्षेत्रों में अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं और व्यक्तिगत लाभों की पूर्ण पहुंच सुनिश्चित करना है। उन्होंने बताया कि 500 की आबादी वाले ऐसे गांव जिनमें 50 फीसदी अनुसूचित जन जाति की आबादी है, उनका धरती आबा के लिए चयन किया गया हैं। बाड़मेर जिले के ऐसे गांवों का प्रारंभिक चयन सूची अनुसार गैप आइडेंटिफिकेशन का कार्य कराया गया है। उन्होंने अब तक की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए समुचित तैयारियां सुनिश्चित की जाए।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार ने बताया कि संतृप्ति मोड में हर विभाग की ओर से पात्रतानुसार सर्वे करवाया गया है। उन्होंने बताया कि आगामी 15 से 30 जून तक में चलने वाले शिविरों में राज्य सरकार के निर्देशानुसार वय वन्दन कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आयुष्मान भारत कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस कनेक्शन, प्रधानमंत्री जन धन खाता, जीवन बीमा, वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांग पेंशन, मनरेगा, मुद्रा लोन, पीएम विश्वकर्मा योजना, मातृ एवं शिशु कल्याण के लिए टीकाकरण, आंगनबाड़ी सेवाओं से लाभांवित किया जाएगा।
उन्होंने जून माह में आयोजित होने वाले शिविरों के लिए तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि इस अभियान में स्वास्थ्य, खाद्य, ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, कृषि, राजस्व, पंचायत और अन्य विभागों का समन्वय किया गया है। कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से आधार, ई-केवाईसी और दस्तावेज़ीकरण की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। घर-घर संतृप्ति कार्ड तथा व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। सभी शिविरों की निगरानी के लिए एक विशेष रिपोर्टिंग प्रणाली विकसित की गई है।
बैठक के दौरान बाड़मेर उपखंड अधिकारी वीरमाराम, परियोजना अधिकारी जीयाराम, संयुक्त निदेशक डा.नारायणसिंह, उप निदेशक प्रहलादसिंह, डा.रमेश कुमार, सहायक निदेशक पदमसिंह भाटी, अधीक्षण अभियंता सूराराम, हजारीराम बालवां, अशोक कुमार मीना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.विष्णुराम विश्नोई, अधिशाषी अभियंता सुमेरसिंह, जिला शिक्षा अधिकारी देवाराम, जिला रसद अधिकारी कंवराराम, अतिरिक्त विकास अधिकारी लूणाराम राइसल समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल