
राजसमंद (Rajsamand) विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी (Dipti Maheshwari) ने बताया बांसवाड़ा परियोजना को राजस्थान की ऊर्जा क्रांति का आधार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों से भारत का परमाणु ऊर्जा क्षेत्र आत्मनिर्भरता और प्रगति की नई ऊँचाइयों पर पहुँचा है। वर्ष 2014 में जहाँ उत्पादन क्षमता 4,780 मेगावाट थी, वहीं 2025 तक यह बढ़कर 8,180 मेगावाट हो चुकी है। सरकार ने वर्ष 2047 तक 100 मेगावाट क्षमता का लक्ष्य रखा है, जो ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 700 मेगावाट क्षमता वाले स्वदेशी दबावयुक्त भारी जल रिएक्टर (PHWR) का विकास संभव हुआ है तथा पहली बार निजी क्षेत्र को भी परमाणु ऊर्जा उत्पादन में भागीदारी दी गई है। इससे आधुनिक, सुरक्षित और पर्यावरण हितैषी ऊर्जा को बल मिला है।
विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने विशेष रूप से माही-बांसवाड़ा परियोजना को राजस्थान की ऊर्जा क्रांति का आधार बताया। चार स्वदेशी रिएक्टरों से युक्त 2,800 मेगावाट क्षमता का यह संयंत्र राजस्थान को हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा का केंद्र बनाएगा। इससे औद्योगिक विकास, हज़ारों युवाओं को रोजगार और क्षेत्रीय आर्थिक समृद्धि को गति मिलेगी। विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राजस्थान न केवल ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है, बल्कि राष्ट्र को वैश्विक पर्यावरणीय लक्ष्यों की प्राप्ति में भी मार्गदर्शन दे रहा है। बांसवाड़ा परियोजना पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि रावतभाटा केंद्र की क्षमता हाल ही में 2,580 मेगावाट तक बढ़ाई गई है, जो स्वदेशी तकनीक की सफलता का प्रमाण है।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत