बाड़मेर। दो चचेरे भाई अपने दोस्तों के साथ स्नान करने के लिए गांव में बनी डिग्गी पर गए। इस दौरान पैर फिसलने से दोनों चचेरे भाई डूब गए। स्थानीय गोताखोरों, सिविल डिफेंस और कंपनी की टीम ने करीब चार घंटे रेस्क्यू कर दोनों के शवों को बाहर निकाल लिया।
घटना बाड़मेर जिले के नागाणा थाना इलाके भीमडा, रतनाली नाडी गांव के पास की है। सूचना मिलने पर नागाणा पुलिस और बाड़मेर डीएसपी रमेश कुमार शर्मा भी मौके पर पहुंचे। दोनों के शवों बाटाडू हॉस्पिटल की मॉच्र्युरी में रखवाया गया। फिलहाल पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
डीएसपी रमेश कुमार शर्मा के मुताबिक बाटाडू रवाली व निवासी रामचंद्र (15) पुत्र पेमाराम, गोसाई राम (18) पुत्र कोजाराम चचेरे भाई और दोस्त सोमवार दोपहर करीब 1 बजे खेल रहे थे। इस दौरान रताली नाडी में भागीरथ राम मेगवाल की डिग्गी पर स्नान करने के लिए पहुंच गए। स्नान करने के दौरान पैर फिसल गया और डिग्गी में डूब गए। डर के मारे दोस्त भागे ग्रामीणों और परिजनों को सूचना दी गई।
जानकारी मिलने पर ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंची। सिविल डिफेंस, केयर्न इंडिया की टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय गोताखोरों व सिविलि डिफेंस, कंपनी की टीम ने डिग्गी में उतर चचेरे भाईयों को ढूंढने का प्रयास शुरू किया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद गोसाईराम के शव को बाहर निकाला।
इसके दो घंटे बाद रामचंद्र के शव को बाहर निकाला गया। इस दौरान डिग्गी में से पानी को निकालकर कम किया गया। दोनों के शवों को फिलहाल बाटाडू हॉस्पिटल की मॉच्र्युरी में रखवाया गया है। परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नागाणा थानाधिकारी जमील खान के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 4 घंटे तक चला। दोनों भाइयों के शव का बाटाडू हॉस्पिटल की मॉच्र्युरी में पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल, बाड़मेर