राजसमंद ( Rajsamand) विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी (Deepti Kiran Maheshwari) ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी देश के लोकतांत्रिक जनादेश का निरंतर अपमान कर रहे हैं और लोकतंत्र की गरिमा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। चुनावी पराजय को स्वीकार करने के बजाय वे भारत की संवैधानिक संस्थाओं और निर्वाचन प्रक्रिया पर अविश्वास जताकर फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की राजनीति का आधार हमेशा नकारात्मकता, निराधार आरोपों पर टिका रहा है। “चौकीदार चोर है” से लेकर “वोट चोरी सरकार” तक उनका रवैया एक ही रहा है—झूठ फैलाना और राजनीतिक लाभ उठाना। यह आचरण लोकतंत्र के मूल्यों पर सीधा आघात है।विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी द्वारा लगाए गए “वोट चोरी” के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। एक प्रतिष्ठित मीडिया समूह की जांच में उनके सभी दावे झूठे पाए गए। जिन घरों में “सैकड़ों मतदाता” दर्ज होने की बात कही गई, वहां वास्तव में बड़े भूखण्ड पर संयुक्त परिवारों के सदस्य रहते हैं और किसी भी स्थान पर धांधली का प्रमाण नहीं मिला।उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने सभी दलों के साथ पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई थी। कांग्रेस की सहमति से मतदाता सूचियाँ तैयार हुईं और कांग्रेस एजेंट मतदान केंद्रों पर मौजूद थे। इसके बावजूद राहुल गांधी बिना साक्ष्य के जनादेश को चुनौती देकर जनता और लोकतंत्र दोनों का अपमान कर रहे हैं।विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि जब कांग्रेस जीतती है तो यह “लोकतंत्र की विजय” कहलाती है, और जब भाजपा जीतती है तो कांग्रेस उसे “वोट चोरी” कहती है। यह दोहरा मापदंड जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाता है।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
