
Bhinmal। नशामुक्त, विकसित और सशक्त राष्ट्र निर्माण की दिशा में श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा चारमढ़ी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री धुंधलेश्वर महादेव मंदिर, ग़ज़ीपुरा के महंत प्रेमभारती महाराज ने एक सराहनीय और सकारात्मक पहल की है, जिसकी समाज के सभी वर्गों में प्रशंसा हो रही है।
शनिवार (12 अप्रैल 2025) को भीनमाल रेलवे स्टेशन के सामने स्थित बाला हनुमानजी और शनि महाराज की मूर्ति पुनर्स्थापना कार्यक्रम तथा चामुंडा माता मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान प्रवचन देते हुए महंत प्रेमभारती महाराज ने कहा कि सनातन धर्म की मजबूती आज के समय की प्रमुख आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि समाज को नशामुक्त बनाने और अनावश्यक खर्चों से बचाने की शुरुआत मठ-मंदिरों से की जा रही है।
महाराज ने सभी सनातन धर्म प्रेमियों से अपील करते हुए कहा कि शादी समारोहों और मृत्यु संस्कारों में अफीम, डोडा पोस्त व अन्य मादक पदार्थों के उपयोग पर पूरी तरह से रोक लगाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन नशीले पदार्थों पर होने वाले खर्च को गौ सेवा, मूक पशु-पक्षियों की सेवा और धार्मिक यात्राओं पर लगाया जाना चाहिए, जिससे समाज व धर्म दोनों मजबूत और सुरक्षित बन सकें।
ग़ज़ीपुरा महंत प्रेमभारती महाराज का 36 कौम में विशेष प्रभाव है, और उनकी इस अपील का असर विभिन्न समाजों व मठ-मंदिरों पर सकारात्मक रूप से पड़ने की उम्मीद है। इस मौके पर हनुमान मंदिर के महंत कपिलगिरी महाराज, शिष्य मुकेश भारती महाराज और पूर्व पंचायत समिति सदस्य नाथूसिंह राव कोडिटा भी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि जालौर जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद्र यादव द्वारा पिछले एक वर्ष से चलाए जा रहे अभियान का प्रभाव अब समाजों और युवाओं में स्पष्ट दिखने लगा है। हाल ही में सांचौर पट्टी के देवासी समाज ने भी विवाह और सामाजिक आयोजनों में मादक पदार्थों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया था। अब जब साधु-संत भी इस दिशा में आगे आ रहे हैं, तो यह अभियान और अधिक प्रभावी होता नजर आ रहा है।
रिपोर्ट – परबतसिंह राव