
भीलवाडा (Bhilwara) जिला साहित्यकार परिषद् द्वारा दीपावली स्नेह मिलन एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन स्थानीय सिन्धुनगर स्थित हेमू कालानी विद्यालय परिसर में किया गया। गोष्ठी में दीपावली के अलावा विभिन्न विषयों पर सप्तरंगी हृदय स्पर्शी सशक्त रचनाएं प्रस्तुत की गई। दीपावली पर रचना के साथ साथ अनेकों विषयों पर रचनाएं पेश की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता दयाराम मेठानी ने एवं संचालन महेन्द्र शर्मा ने किया। गोष्ठी सरस्वती वंदना से आरंभ हुई। सर्वप्रथम राजेन्द्र कुमार पोरवाल ने, ‘‘जैसा मिला है जीवन प्यार से गुजार लों’’, ओम उज्जवल ने ‘‘जगमग, जगमग दीप जले’’, नरेन्द्र वर्मा ने ’’कुछ दीप ऐसे जले कि वतन से आतंकी टले’’, गायत्री सरगम ने ‘‘सीखी कहाँ से तुमने अदा रुठ जाने की’’, गोपाल शर्मा ने ‘‘पागल मनवा फिरता जग में मारा मारा’’, चित्रा भाटिया ने ‘‘तू न होता तो कभी मंै पूरी नारी न होती’’, अजीज जख्मी ने ‘‘मुरझा कर भी फूलों की महक रह जाती है, मर कर भी शायर अपने गीतों में जिया करते है’’, दयाराम मेठानी ने ‘‘काम मुश्किल है जवानी की कहानी लिखना, इस बुढ़ापे में मुलाकात सुहानी लिखना’’, सुनाकर वाहवाही लूटी। गोष्ठी में दिनेश दीवाना, महेन्द्र शर्मा, बंशीलाल पारस, दिव्या ओबेराय, दीपिका शर्मा, श्यामसुंदर तिवारी, बृजसुंदर सोनी, शिखा बाहेती, मनोहरलाल कुमावत, राजेश मित्तल, अपेक्षा व्यास, जयप्रकाश भाटिया, रामनिवास नागर ने अपनी रचनाओं से काव्य गोष्ठी को ऊंचाईयां प्रदान की। रतनकुमार चटुल को दी श्रद्धांजली जिला साहित्यकार परिषद के वरिष्ठ कवि रतन कुमार चटुल के 91 वर्ष की आयु में आकस्मिक निधन पर सभी उपस्थित कवियों ने शोक प्रकट करते हुए उनकी स्मृति में दो मिनट का मौन रख कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली दी।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल
