भीलवाडा (Bhilwara) भारत विकास परिषद भगत सिंह शाखा ने परिषद की मूल अवधारणा “संस्कार ही समाज की शक्ति हैं” को आत्मसात करते हुए संस्कृति सप्ताह का शुभारंभ अत्यंत श्रद्धा, उत्साह और अध्यात्मिक उल्लास के साथ किया। इस पावन सप्ताह की शुरुआत गौमाता की सेवा से करने का निर्णय शाखा द्वारा समाज में सकारात्मकता, सद्भाव और भारतीय परंपराओं के संरक्षण का संदेश देने हेतु एक प्रेरणादायी पहल के रूप में देखा जा रहा है। अध्यक्ष कुलदीप माथुर ने बताया की संस्कृति सप्ताह की शुरुआत पशुपतिनाथ महादेव गौशाला में लाप्सी वितरण कार्यक्रम से की गई। सुबह से ही गौशाला परिसर में परिषद सदस्यों का आगमन शुरू हो गया था। सेवा भावना से ओत-प्रोत टीम ने गौमाता को लाप्सी का प्रसाद अर्पित किया तथा उनकी देखभाल में सहयोग दिया। लगभग 2 टन हरे चारे से भरे ट्रैक्टर का वितरण, जिससे गौशाला में मौजूद गौमाता की सेवा और पोषण में बड़ी सहायता मिलेगी। यह पहल उपस्थित सदस्यों और स्थानीय लोगों द्वारा अत्यंत सराहनीय मानी गई। गौशाला में भजन-कीर्तन की मधुर स्वर लहरियाँ, प्रसाद की सुगंध और सेवा का सौम्य वातावरण पूरे कार्यक्रम को आध्यात्मिकता और पवित्रता से भर रहा था। उपस्थित जनों ने कहा कि संस्कृति सप्ताह की शुरुआत गौसेवा से करना वास्तव में पावन वातावरण का निर्माण करता है। कार्यक्रम प्रभारी रंजना मंडोवरा ने बताया की संस्कृति सप्ताह का उद्देश्य संस्कारों को नई पीढ़ी तक पहुँचाना हैै। आज के आधुनिक युग में भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। इसी भाव को आगे बढ़ाते हुए भगत सिंह शाखा संस्कृति सप्ताह में विविध सेवाभावी, शिक्षण और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन कर रही है। सप्ताहभर चलने वाले कार्यक्रमों का केंद्रबिंदु होगा संस्कार, सेवा, सामाजिक जागरूकता और समाज का समग्र उत्थान। सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। महिला सहभागिता संयोजक किरण सेठी ने बताया की कार्यक्रम के समापन पर सभी सदस्यों ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे भारतीय संस्कृति, परंपराओं और सद्भावना को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचाने के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे। गौसेवा से आरंभ हुआ यह संस्कृति सप्ताह समाज में सकारात्मक सोच, सेवा भावना और सांस्कृतिक जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस विशेष कार्यक्रम में शाखा से प्रमुख रूप से दीपेश खंडेलवाल, कमलेश लाठी, नरेन्द्र डाड़, मनीष मंडोवरा, सुनील चेचाणी, प्रकाश जागेटिया सहित महिला शक्ति से सरोज जागेटिया, अनामिका तांबी, शिल्पा मुछाल, अकिंता तुर्किया, मधु गगरानी, सुरभि लाठी, अनिता चेचाणी शामिल रही। संस्कृति सप्ताह प्रभारी पूनम डाड ने आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल
