
Barmer। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भामाशाह तनसिंह चौहान मार्ग के निकट गुरूवार को स्व. लीलाराम जांगिड़ स्मृति पार्क का लोकार्पण किया गया। उनके परिजनों ने करीब एक करोड़ की लागत से जांगिड़ की स्मृति में पार्क बनाया है। स्व. लीलाराम जांगिड़ स्मृति पार्क का गुरूवार (10 अप्रैल 2025) को उनकी धर्म पत्नी छगनी देवी ने विधिवत लोकार्पण किया। इस दौरान जिला कलक्टर टीना डाबी, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत , यू आई टी सचिव श्रवण सिंह राजावत, समाजसेवी जोगेंद्र सिंह चौहान , अमृत जांगिड़ ,ओम प्रकाश जांगिड़ , पुरुषोत्तम जांगिड़, जगदीश जांगिड़, रावत त्रिभुवन सिंह,पूर्व सभापति दिलीप माली, नेता प्रतिपक्ष पृथ्वी चंडक, समाजसेवी दिलीप पालीवाल, रेवंत सिंह चौहान, मूल सिंह भाटी,रघुवीरसिंह तामलोर सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
1 करोड़ की लागत से निर्मित लीलाराम जांगिड़ स्मृति पार्क शास्त्री नगर अंडर ब्रिज के पास भामाशाह तनसिंह चौहान मार्ग के निकट करीब तीन बीघा जमीन में स्व. लीलाराम जांगिड़ की स्मृति में उनके परिजनों की तरफ से करीब एक करोड़ की लागत से पार्क बनाया है। शास्त्री नगर, गांधी नगर, जाटावास, कल्याणपुरा, रेलवे कॉलोनी के लिए यह पार्क नजदीक हैं। नगर परिषद की जमीन पर पहले यहां पर कचरा प्वांइट था, अब यहां भामाशाह ने पूरी जगह की सफाई कर पार्क विकसित किया है। इस स्मृति उद्यान को 3767 वर्ग मीटर में तैयार किया गया है। इसमें दो एंट्री गेट 5 बाई 6 मीटर के हैं। एक एंट्री गेट तनसिंह चौहान मार्ग की तरफ दिया गया है और दूसरा पश्चिम दिशा की तरफ है।
इसमें 351 वर्ग मीटर में जिम, सीनियर सिटीजन के लिए 323 वर्ग मीटर, 624 वर्ग मीटर में पथ मार्ग, 704 मीटर में वॉकिंग ट्रैक, बच्चों के लिए 245 वर्ग मीटर में खेल क्षेत्र, 138 वर्ग मीटर में योग क्षेत्र विकसित करने के साथ 474 वर्ग मीटर में पौधे लगाए गए हैं। इसके अलावा फव्वारे भी लगाए गए हैं। उद्योगपति ओमप्रकाश जांगिड़ के मुताबिक उनके पिता स्व. लीलाराम जांगिड़ की स्मृति में पार्क विकसित करवाया गया है। उन्होंने बताया कि उनके पिताजी मिलनसार प्रकृति के थे और सुकून पंसद थे। इसलिए उनका प्रयास हैं कि इस पार्क में आने वाले लोगों को सुकून मिले।
नवो बाड़मेर अभियान के तहत अभिनव पहल
बाड़मेर जिला कलक्टर टीना डाबी की अभिनव पहलनवो बाड़मेर अभियान के तहत बाड़मेर में यह नया पार्क विकसित किया गया है l जिला कलक्टर टीना डाबी ने शहर की सूरत बदलने का बीड़ा उठाया और नवो बाड़मेर अभियान के तहत सबसे पहले सफाई अभियान शुरू किया। इसके साथ ही शहर के सौंदर्यीकरण सहित अन्य कार्यों के लिए भी भामाशाहों के सहयोग से कार्य किया गया हैं। इसी के तहत स्व. लीलाराम जांगिड़ की स्मृति में यह उद्यान विकसित किया गया है।
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल