
कर्नाटक के मंगलुरु शहर में एक हत्या की घटना के बाद प्रशासन ने 6 मई तक पूरे शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। यह कदम गुरुवार रात एक युवक की दिनदहाड़े हत्या के बाद उठाया गया।
मृतक की पहचान 30 वर्षीय सुहास शेट्टी (Suhas Shetty) के रूप में हुई है, जो हत्या के एक पुराने मामले में मुख्य आरोपी था। पुलिस के अनुसार, सुहास शेट्टी पर गुरुवार को व्यस्त सड़क पर पांच से अधिक हमलावरों ने तलवारों और चाकुओं से हमला किया। यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह हमला पूर्व नियोजित था, हालांकि पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे की मंशा स्पष्ट नहीं हो पाई है। मामले की जांच जारी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुहास शेट्टी का संबंध कुछ स्थानीय दक्षिणपंथी संगठनों से था और उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें मारपीट और अवैध जमावड़ा जैसे आरोप शामिल थे। वह वर्ष 2022 में मंगलुरु के 23 वर्षीय मोहम्मद फाज़िल की हत्या के मामले में भी मुख्य आरोपी था। फाज़िल की हत्या को भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ता प्रवीण नेत्तारु की हत्या का बदला माना गया था। शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंगलुरु पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इसके अंतर्गत जनसभा, जुलूस, नारेबाज़ी और हथियारनुमा वस्तुओं को साथ रखने पर रोक लगाई गई है।
गृह मंत्री जी. परमेश्वर का बयान
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने इस घटना को “बेहद वीभत्स” बताया और कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए चार विशेष टीमें गठित की गई हैं।
उन्होंने कहा, “गुरुवार रात लगभग 8:30 बजे मंगलुरु में एक भयावह हत्या हुई है। हमने इसे गंभीरता से लिया है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के लिए चार टीमें बनाई गई हैं। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”
गृह मंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार दक्षिण कन्नड़ जिले में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रयासरत है, और इस प्रकार की घटनाएं उन प्रयासों को बाधित नहीं कर सकतीं। उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था की निगरानी के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) को मंगलुरु भेजा गया है और अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन और सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी है।