नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि चुनाव आयोग बहुत जल्द केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया शुरू करेगा। हम मतदाताओं के मतदान से बहुत उत्साहित हैं और जल्द ही वहां विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू करेंगे।
जम्मू-कश्मीर में चार दशकों में इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान सबसे अधिक 58.58 प्रतिशत हुआ है, जबकि घाटी में 51.05 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। चुनाव आयोग जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद विधानसभा चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। जम्मू-कश्मीर में सभी दलों ने कहा कि विधानसभा चुनाव संसदीय चुनावों के साथ होने चाहिए लेकिन पूरी प्रशासनिक मशीनरी ने कहा कि यह एक साथ नहीं हो सकता।
हर विधानसभा क्षेत्र में 10-12 उम्मीदवार होंगे, जिसका मतलब है कि 1000 से अधिक उम्मीदवार होंगे। हर उम्मीदवार को सुरक्षा बल मुहैया कराना होगा। यह इस समय संभव नहीं था। जम्मू और कश्मीर में लोकसभा की पांच सीटें आती हैं। जिसमें जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग-राजौरी सीट शामिल है।
आयोग ने मानी गलती
अखिलेश यादव ने सात मई को सैफई में वोटिंग के दौरान कहा था कि बीजेपी वाले जानबूझकर गर्मियों में वोट डलवाते हैं। जो गर्मी में वोटिंग हो रही है, वो वोटिंग एक महीने पहले भी हो सकती थी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव हमें एक महीने पहले ही खत्म कर देना चाहिए था। इतनी गर्मी में नहीं करना चाहिए था। ‘ये हमारी पहली लर्निंग हैं।’