
लोक गायिका नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) के खिलाफ लखनऊ में देश की एकता और अखंडता को खतरे में डालने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर ऐसे भड़काऊ पोस्ट किए जो एक विशेष धार्मिक समुदाय को निशाना बनाते हैं और सामाजिक सौहार्द्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
हजरतगंज थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या कर दी गई थी। बताया गया कि आतंकियों ने हमला करने से पहले पीड़ितों की धार्मिक पहचान पूछी थी। इस दर्दनाक घटना ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।
शिकायतकर्ता अभय प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि नेहा सिंह राठौर ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल @nehafolksinger के जरिए आपत्तिजनक टिप्पणियाँ कीं, जो राष्ट्रीय एकता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि नेहा ने लगातार धार्मिक आधार पर समुदायों के बीच तनाव फैलाने का प्रयास किया।
पुलिस के अनुसार, नेहा सिंह राठौर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें साम्प्रदायिक वैमनस्य फैलाने, सार्वजनिक शांति भंग करने और देश की संप्रभुता, एकता तथा अखंडता को खतरे में डालने से संबंधित आरोप शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, उन पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत भी प्रकरण दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि नए आपराधिक कानून BNS में ‘देशद्रोह’ शब्द का सीधा उल्लेख नहीं है जैसा कि पहले भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124A में था, लेकिन इसमें धारा 152 के तहत संप्रभुता और राष्ट्रीय एकता को खतरे में डालने जैसी गतिविधियों को दंडनीय अपराध माना गया है।