
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) जल्द ही अपनी पार्टी की सहयोगी रिंकु मजूमदार के साथ विवाह के बंधन में बंधने जा रहे हैं। दोनों की शादी 18 अप्रैल, शुक्रवार को कोलकाता स्थित दिलीप घोष के निवास पर एक साधारण वैदिक समारोह के रूप में संपन्न होगी।
60 वर्षीय दिलीप घोष अविवाहित हैं और यह उनकी पहली शादी होगी, जो राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। रिंकु मजूमदार ने मीडिया से बातचीत में अपने रिश्ते की शुरुआत और शादी के फैसले तक के सफर को साझा किया।
रिंकु ने बताया कि वे 2013 से बीजेपी से संगठनात्मक रूप से जुड़ी हैं और पहले कभी दिलीप घोष से व्यक्तिगत बातचीत नहीं हुई थी। पहली बार दोनों ने 2021 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इको पार्क में मुलाकात की थी। रिंकु के अनुसार, “हमारी बातचीत बहुत सामान्य रही, पर धीरे-धीरे संपर्क बढ़ा।”
सितंबर 2024 में रिंकु ने विवाह का प्रस्ताव दिलीप घोष को दिया। इस पर उन्होंने कहा, “मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश थी जो न्यू टाउन का निवासी हो और मेरे राजनीतिक करियर को स्वीकार करे। दिलीप दा मेरे क्षेत्र के सबसे योग्य कुंवारे व्यक्ति हैं। वे ईमानदार, मजबूत और सादगी पसंद हैं। मैंने प्रस्ताव देने का निर्णय लिया।”
हालाँकि दिलीप घोष ने तुरंत जवाब नहीं दिया। रिंकु के अनुसार, “उन्होंने तीन महीने का समय लिया। इस दौरान उन्होंने अपनी मां से सलाह की और फिर मुझे निर्णय की जानकारी दी।”
रिंकु ने यह भी बताया कि उनका रिश्ता एक औपचारिक जान-पहचान से आगे बढ़कर इस मुकाम तक पहुंचा है। उन्होंने कहा, “मैंने 17 साल तक अपनी जिम्मेदारियाँ निभाई हैं। अब समय था कि मैं अपने बारे में सोचूं। मैंने खुद से पूछा कि कौन उपयुक्त होगा, और सभी मानकों के आधार पर वही मेरे लिए सबसे बेहतर लगे।”
शादी की तैयारियों को लेकर रिंकु ने कहा कि यह एक पारंपरिक हिंदू वैदिक विवाह होगा, जिसमें कोई दिखावा नहीं किया जाएगा। शादी के बाद कानूनी रजिस्ट्रेशन भी होगा। यह समारोह दोनों परिवारों की मौजूदगी में, घर पर ही संपन्न होगा।
जब दिलीप घोष से शादी की खबर को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने सहज भाव में कहा, “क्यों, क्या मैं शादी नहीं कर सकता? क्या शादी करना कोई जुर्म है?”
यह विवाह न केवल व्यक्तिगत स्तर पर खास है, बल्कि बंगाल की राजनीति में भी इसकी काफी चर्चा हो रही है।