मालदीव में तैनात भारतीय सैनिकों की वापसी शुरू हो गई। भारत के 25 सैनिकों ने मालदीव छोड़ दिया है। मालदीव के मिहारू अखबार के अनुसार, अड्डू के दक्षिणी एटोल में तैनात 25 भारतीय सैनिक रविवार को मालदीव छोड़कर जा चुके है।
मिहारू ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि मालदीव की नेशनल डिफेंस फोर्स (MNDF) ने उन्हें इसकी जानकारी दी है। हालांकि, मालदीव या भारतीय अधिकारियों की ओर से अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
10 मई की समय सीमा तय
खबरों के मुताबिक, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव से भारतीय सेना को द्वीपसमूह छोड़ने के लिए 10 मई की समय सीमा तय की है। मिहारू के मुताबिक, मुइज्जू के आदेश के बाद मालदीव में निगरानी विमान चला रही भारतीय सेना ने द्वीप से भारत लौटना शुरू कर दिया है।
“सैन्य सहायता” समझौते पर हस्ताक्षर
खबरों की माने तो बता दे कि भारतीय सैनिकों के लौटने के साथ ही पिछले हफ्ते ही मालदीव ने चीन के साथ एक “सैन्य सहायता” समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। माना जा रहा है कि इस समझौते के तहत चीनी सेना मालदीव के सैनिकों को निशुल्क सैन्य सहायता प्रदान करेगी।
मुइज्जू ने भारत से सेना को वापस बुलाने के लिए कहा था
बता दें कि इसी साल जनवरी में मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से मालदीव में तैनात सभी भारतीय सेना को वापस बुलाने को कहा था। दोनों देशों के बीच हाई लेवल मीटिंग के बाद, भारत इस कंडीशन पर मालदीव से अपने सैनिकों को हटाने पर एग्री हुआ था कि विमान संचालन के लिए सैन्य उपस्थिति के बराबर सामान्य कर्मियों को लाया जाएगा।
विदेश मंत्रालय ने दी थी जानकारी
वही, भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने जानकारी दी थी कि भारत और मालदीव के बीच हुए समझौते के तहत भारतीय सैनिक 10 मई तक भारत लौट आएंगे।
वही, मालदीव की नेशनल डिफेंस फोर्स ने कुछ दिन पहले ऐलान किया था कि मालदीव में मौजूद भारत के हेलिकॉप्टर का कंट्रोल मालदीव की सेना के पास होगा। हेलिकॉप्टर को ऑपरेट करने वाला क्रू भी मालदीव के रक्षा मंत्रालय के नेतृत्व में कार्य करेगा।
मुईज ने किया था चीन का दौरा
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति बनने के बाद मोहम्मद मुईज ने अपना सबसे पहला दौरा चीन का ही किया था। फिर चीन का एक जहाज मालदीव के दौरे पर आया। इस बीच भारत और मालदीव के रिश्तो में तब तनाव और बढ़ गया। जब मालदीव के तीन उप-मंत्रियों ने भारत के प्रधानमंत्री पर आलोचनात्मक टिप्पणियां कीं थी। भारत ने जब आपत्ति जताई तो उन मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया गया था।
मालदीव में 88 भारतीय सैनिक
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मालदीव में लगभग 88 भारतीय सैनिक हैं। ये दो हेलिकॉप्टर और एक एयरक्राफ्ट का ऑपरेशन संभालते हैं। इनका इस्तेमाल रेस्क्यू या सरकारी कामों के लिए किया जाता है। इसके अलावा ये हेलिकॉप्टर और एयरक्राफ्ट मानवीय सहायता और मेडिकल इमरजेंसी में वहां के लोगों की मदद करते है।
मालदीव को दो हेलिकॉप्टर और एक विमान गिफ्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने मालदीव को 2010 और 2013 में दो हेलिकॉप्टर और 2020 में एक छोटा विमान गिफ्ट के तौर पर दिया था। इस पर मालदीव में बहुत हंगामा हुआ। मुइज्जू के नेतृत्व में विपक्ष ने तत्कालीन राष्ट्रपति सोलिह पर ‘इंडिया फर्स्ट’ नीति अपनाने का आरोप लगाया था।