बाड़मेर के जसदेर धाम में 29 मार्च से दो दिवसीय वाणी उत्सव की शुरुआत होगी। इसमें राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश, गुजरात के 100 कलाकार प्रस्तुति देंगे। परंपरागत वाणी गायक को संरक्षित और आगे बढ़ाने के उद्देश्य से वाणी उत्सव व दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी समारोह किया जा रहा है। इसको लेकर भजनी सम्मान समारोह तैयारी पूरी कर ली गई है।
विजेता को मिलेगा नगद पुरस्कार
उत्सव में एक लाख रुपए की नकद पुरस्कार राशि और पांच लाख के वाद्य यंत्र भी भेंट किए जाएंगे। रूमादेवी फाउंडेशन की निदेशक डॉ. रूमा देवी के मुताबिक वाणी उत्सव में 50 कलाकारों को भेंट करने के लिए उच्च कोटि के वीणा को जोधपुर के केतु गांव में तैयार करवाया गए है। वीणा यंत्र संस्थान परिसर पहुंच चुके है। वीणा की मधुर धुन सुनने के लिए स्पेशल रूप से साउंड सेट तैयार किया गया है।
संस्थान सचिव विक्रम सिंह ने बताया कि वाणी उत्सव 2024 में राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों के 50 से अधिक समूहों के सैकड़ों कलाकार प्रस्तुती देंगे। कार्यक्रम में सामाजिक समरसता व संत साहित्य पर नींबाराम व पांचला सिद्धा पीठ के मंहत सूरज नाथ का विशेष उद्बोधन रहेगा। वाणी उत्सव में राजस्थान के कोने – कोने से कलाकार आ रहे है।
कई कलाकार जैसे मुरालाला मारवाडा, महेशराम जैसलमेर, अनिल नागोरी, केलम और दरिया – बाड़मेर, अरुण कुमार गोयल मध्य प्रदेश, प्रकाश खट्टू, केहराराम सणपा के साथ नवोदित व पुराने भजन गायक प्रस्तुतियां देंगे।वहीं, पद्मश्री अनवर खान, राष्ट्रवादी भजन गायक प्रकाश माली, हास्य कलाकार व फिल्म आर्टिस्ट ख्याली सहारण, गजेन्द्र राव जोधपुर आदि कार्यक्रम में वाणी गायकों को प्रोत्साहित करने के लिए उपस्थित रहेंगे। वाणी उत्सव में भाग लेने के लिए संस्थान को राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, पंजाब आदि राज्यों से 1500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए है।
जिनमें से स्क्रीनिंग के माध्यम से 50 से 100 मुख्य कलाकारों का चयन किया जाना है | कार्यक्रम समन्वयक गणेश कुमार ने बताया की इस बार के वाणी उत्सव में अधिकतर आवेदनकर्ता युवा रहे हैं। यह वाणी संरक्षण के लिए एक सकारात्मक सन्देश है। हमारी नई पीढ़ी थार की विरासत वीणा पर वाणी गायन के संरक्षण की दिशा में जागरूक हो रही है।