पाली शहर (Pali City) में शुक्रवार देर रात से शुरू हुई तेज बारिश शनिवार सुबह तक लगातार जारी रही। करीब सात घंटे तक रुक-रुक कर हुई बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में घरों की दीवारें और मकान ढहने की कई घटनाएं सामने आई हैं, जिससे नागरिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। प्रशासन की ओर से प्रभावित इलाकों का सर्वे शुरू कर दिया गया है।
प्रतापनगर में गिरा मकान, बाल-बाल बचे लोग
प्रतापनगर क्षेत्र निवासी देवाराम पुत्र श्रवणलाल के मकान की दीवार और चद्दर बारिश के कारण शनिवार दोपहर अचानक गिर गई। देवाराम ने बताया कि जब हादसा हुआ, तब परिवार के सदस्य पास के घर में बैठे थे। गनीमत रही कि उस समय कोई व्यक्ति घर के भीतर नहीं था, जिससे बड़ी जनहानि टल गई।
सुभाष नगर ए में पीछे से गिरा मकान
सुभाष नगर ए निवासी कन्हैयालाल प्रजापत अपने परिवार के साथ गांव गए हुए थे। इसी दौरान शनिवार को उन्हें सूचना मिली कि बारिश के कारण उनके घर का पिछला हिस्सा गिर गया है। मकान की छत और दीवारें गिरने से उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ, लेकिन परिवार की अनुपस्थिति से जानमाल की हानि नहीं हुई।
रामदेव रोड कुम्हारों का बास में भी नुकसान
रामदेव रोड स्थित कुम्हारों का बास इलाके में रहने वाले करनीराम के कच्चे मकान की दीवार शनिवार सुबह भरभराकर गिर गई। हादसे के वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा नुकसान टल गया। हालांकि मकान की मरम्मत में अब खर्चा उठाना पड़ेगा।
मंडिया रोड पर फैक्ट्री की दीवार गिरने से मंदिर को क्षति
शहर के मंडिया रोड स्थित कुमावत कॉलोनी में शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे तेज बारिश के चलते एक पुरानी फैक्ट्री की दीवार ढह गई। करीब 50 वर्ष पुरानी दीवार के गिरने से पास ही स्थित इच्छापूर्ति महादेव मंदिर की छत और सामने का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया।
गनीमत यह रही कि उस समय मंदिर में पूजा-अर्चना नहीं हो रही थी, जिससे कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ। स्थानीय निवासियों राजू भाई जांगिड़, आनंद कुमावत, सुनील कुमावत, हेमंत कुमावत, प्रदीप कुमावत और ललित ने बताया कि दीवार का एक हिस्सा बिजली के खंभे के सहारे अटक गया, जिससे पूरी दीवार गिरने से बच गई और आसपास के मकानों को भी बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी