सिरोही में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बारहवीं कक्षा कला, विज्ञान व वाणिज्य की बालिकाओं को विदाई दी। स्कूल जीवन को अलविदा करते समय बालिकाओं की आंखों से आंसू छलके। प्रिंसिपल हीरा खत्री व व्यवस्था सहयोगी गोपालसिंह राव के अनुसार विदाई समारोह में विद्यालय की विशेष प्रतिभाओं को पुरस्कृत किया।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की सृजनात्मक कौशल परीक्षा में जिला स्तर पर चित्रकला में अव्वल बालिका निशा प्रजापत को बोर्ड का प्रमाण पत्र व तीन हजार रुपए तथा आशु भाषण में अव्वल मानवी किराडू को पच्चीस सौ रूपए व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। समारोह को संबोधित करते हुए व्याख्याता महेंद्र कुमार प्रजापत कहा कि विद्या धन सबसे बड़ा धन है। जीवन में हर समय ज्ञान, अनुभव हमारे काम आते है।
स्काउट मास्टर गोपाल सिंह राव ने विद्यार्थी जीवन को फूलों की सेज बताया। विद्यार्थी की हर आवश्यकता उसके माता-पिता, अभिभावक पूरी करते हैं। विद्यार्थी जीवन पूरा होते ही परिवार,समाज की जिम्मेदारी का बोझ आ जाता है। तब पता चलता है कि विद्यार्थी जीवन कितना महत्वपूर्ण है। जो विद्यार्थी अपनी टीनर आयु 13 से 19 का सदुपयोग करते हैं उनका शेष जीवन शानदार हो जाता है। जो विद्यार्थी टीनर आयु का सदुपयोग नहीं करता वह जीवन भर हर मोर्चे पर संघर्ष करता है। प्रतिभा आर्य ने परीक्षा में सफलता हेतु उपयोगी टिप्स बताये ।
विदाई लेने वाली तनीषा, हिमांशी राज पुरोहित, वैदिका शर्मा,शिवांगी देवड़ा ने विद्यालय के अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में उप प्रधानाचार्य सुरेश कुमार शर्मा, अनीता चौहान, वर्षा त्रिवेदी, लता किरण बंसल, तृप्ति डाबी ,सुमन कुमारी, देवीलाल, भगवत सिंह देवड़ा, शर्मिला डाबी, जया दवे, रीना कोटेसा, कल्पना चौहान, दिनेश कुमार सुथार, ममता कोठारी, कुसुम परमार, श्रद्धा सिंदल, रमेश कुमार मेघवाल, भारती सुथार, बृजेश कुमार पालीवाल ,शंकर सिंह राठौड़, गणपत राज खत्री, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी नवीन कुमार खत्री, शेफाली सिंह गहलोत ,शकुंतला बाई, निकिता राठौर, रिद्धि, भाग्यश्री,कविता सहित विद्यालय की बालिकाएं उपस्थित रही। मंच संचालन साक्षी खण्डेलवाल व व्याख्याता प्रतिभा आर्य ने किया।