तलोजा सेंट्रल जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए परिजनों को घंटों खड़ा रहना पड़ता है. लेकिन अब रिश्तेदार ई-मुलाकात के जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बीस मिनट तक सीधे बात कर सकेंगे। इस हाई-टेक सुविधा का उद्घाटन राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और जेल महानिरीक्षक अमिताभ गुप्ता ने सोमवार को तलोजा सेंट्रल जेल में किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रभात कुमार, तलोजा जेल के अधीक्षक प्रमोद वाघ, जेल अधिकारी राहुल जुताले आदि उपस्थित थे. राज्य गृह लेखा और जेल प्रशासन यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि राज्य की जेलें न केवल सजा की जगह बनें बल्कि कैदियों के लिए सुधार का मौका भी बनें। इसी के तहत राज्य भर में कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं को हाईटेक करने का फैसला लिया जा रहा है।
बायोमेट्रिक टच स्क्रीन की सुविधा
जेल में ही कैदियों को बायोमेट्रिक टच स्क्रीन की सुविधा मुहैया कराई गई है. तलोजा जेल में कियोस्क मशीन सुविधा, एलन सुविधा, कोर्ट शेड, ई-मुलाक़ात आदि इकाइयां शुरू की गई हैं।
इस सुविधा के मुताबिक, कैदी अब एक क्लिक से अपने केस की मौजूदा स्थिति जान सकेंगे. इस सिस्टम से जेल के कैदी सप्ताह में तीन बार अपने परिजनों से बात कर सकेंगे. ई-मुलाकात की इस सुविधा से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बीस मिनट तक संवाद करना संभव होगा।
ऐप से होगी परिजनों की मुलाकात
इस सुविधा से कैदियों के परिजन और वकील ई-मुलाकात ऐप के जरिए कुछ दिन पहले मुलाकात बुक कर सकेंगे. आपको बता दें कि तलोजा सेंट्रल जेल में चार सौ कैदियों को रखने की क्षमता है।