पाली (Pali)पतंजलि योग समिति लाखोटिया में मंगलवार को प्रातः सुर्योदय के समय विश्व शान्ति और सबके स्वास्थ्य और खुशहाली की मंगलकामना के लिए आर्य वीर दल पाली के संयुक्त तत्वावधान में आचार्य हनुमान जांगिड़ के ब्रह्मात्व में ईश्वर स्तुति प्रार्थना उपासना के बाद सस्वर वेदमंत्रों का गान करते हुए यज्ञ में आहुतियां दी गई। जिसमें राजेन्द्र स्नेहलता सपत्नीक मुख्य यजमान बने। आर्य समाज मंत्री विजयराज आर्य ने के यज्ञ का महत्व बताते हुए कहा कि यज्ञ ब्रह्मण्ड की नाभि और संसार का सर्वश्रेष्ठ कर्म है। यज्ञ की अग्नि देवों का मुख है जो अग्नि में डाले गये पौष्टिक तथा सुगंन्धित पदार्थ सभी देवों तक पहुंचाती है जिससे पंच तत्वों की पुष्टि होती है। जिसके परिणाम स्वरूप मनुष्य को सुख पहुंचता है। यज्ञ हमारी सनातन संस्कृति की धुरी और योग हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। हमें हमारे पूर्वजों द्वारा सौंपी गई इस धरोहर को अपने जीवन में अंगीकार कर आने वाली पिढी को अवगत करवाना होगा। यज्ञ एक वैज्ञानिक विधि भी है जिससे पर्यावरण संरक्षण होता है । योग समिति अध्यक्ष विजयराज सोनी ने भी योग के महत्व पर उद्बोधन देते हुए योग को दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाएं जाने का आव्हान किया। इस अवसर पर विजयराज सोनी, महेश कुमार सोनी, हुकमीचंद कोका, विमलचन्द सालेचा, घेवरचन्द आर्य, केलाश आर्य, राजेन्द्र भट्टड़, शिवराज सिंह जेतावत, कालूराम चौधरी, किशोर सोनी, सी एम वैष्णव, संगीता शर्मा, विजया शर्मा, राजेश भरतीयां, मेघराज सहित कई योग प्रेमियों ने यज्ञ में आहुतियां दी। योग समिति अध्यक्ष विजयराज सोनी ने आज के कार्यक्रम की सफलता पर सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट – घेवरचन्द आर्य
