साण्ड़ेराव। भगवान शिव साकार एवं निराकार दोनों ही रूपों में हर संसारिक पीड़ा का शमन करते हैं। शिव भक्ति में यही भाव और श्रद्धा मन को शांत व संतुलित कर व्यवहार के दोषों से भी दूर रखती है। जिससे सुखद परिणाम जल्द मिलते है। ये विचार संत मनसुख हिरापुरी ने हरि ओम आश्रम रामनगर में वैशाख मास की अमावस्या पर आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के दौरान उपस्थित धर्मसभा में प्रवचन के दौरान व्यक्त किए।
संत ने कहा कि भगवान शिव तो पुर्ण विशवास है।विश्वास जीवन है और अविश्वास मृत्यु है।हिरापुरी महाराज ने बताया कि भगवान शिव को सभी भोला कहकर पुकारते है। इसका कारण यह है कि विश्वास सदैव भोला होता है।इसमें कोई छल या दिखावा नही होता है।इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तगण उपस्थित थे।
अनुष्ठान में उमड़ी भक्तों की भीड़
हरि ओम आश्रम रामनगर में स्थित रामेश्वर महादेव मंदिर संत मनसुख हिरापुरी महाराज की पावन निश्रा में ब्राहमणों के साथ शिवलिंग का पूजा अर्चना व जलाभिषेक अभिषेक दुग्धाभिषेका पंचामृत अभिषेक और भस्माभिषेक कर शिव भक्तों ने शिवलिंग पर बिल्वपत्र आक धतुरे के पुष्प तथा फल जल एवं पूजन की सामग्री अर्पित कर महादेव से खुशहाली की मन्नतें मांगी। यहां पर हर अमावस्या पर धार्मिक अनुष्ठान होते है। आज वैशाख मास की अमावस्या पर र्धार्मिक अनुष्ठान में श्रद्धालु भक्तों की भीड़ लगी रहीं।
भजनों में गाई शिव महिमा
धार्मिक अनुष्ठान के दौरान यहां पर दूरदराज से पहुंची महिलाओं ने सत्संग में गुरु महिमा के साथ शिव महिमा प्रस्तुत कर वातावरण को धर्ममय बना दिया।